रचनाओं की सूची
अ
- अकेले ही मुझको जो तड़पा रहे हैं
- अंग्रेजिक बस एक हव्वा हय (अवधी कविता)
- अंग्रेजी वाले साल की
- अजनबी भी अपना हो सकता है
- अजन्मी बेटियां
- अजब अजब सी रविश मिली है
- अटल बिहारी वाजपेई
- अतीत के गवाक्ष में नारी
- अंधविश्वास का मायाजाल
- अंधियारा कब तक जीतेगा
- अंधेरा अंदर नहीं बाहर है
- अनाम रिश्ते
- अनुभूति
- अन्तर्घट रीता का रीता
- अन्न कय सम्मान करव(अवधी कविता)
- अपना आकर्षक और सुंदर पूर्वांचल क्षेत्र
- अपना बनाया क्यों,
- अपनी भाषा में प्यार
- अपने आप को पहचानो
- अपने कोमल चरण को बढ़ा दीजिए
- अपने ही पेश आ रहे अनजान की तरह
- अपने हौसलों से उड़ान भर लूंगा
- अपनेन बूते मंगलसूत(अवधी कविता)
- अपनों से
- अब अपने किरदार से, इंसाफ कर दिया जाए
- अब कली कोई चुननी नहीं है
- अब कोई खिलता नहीं है गुल मेरे गुलदान में
- अब तैयारी है
- अब तो यह याद भी नहीं आता
- अब बहारें भी
- अभाव की पुत्री (चिंता )
- अभी तो उसके इतराने के दिन हैं
- अभी तो शाम बाकी है
- अभ्युदय मिलन का
- अमर प्रेम का दीप जलाना
- अमावस (दीपावली )
- अमृत
- अम्मा सिरका लिहिउ सजाय
- अम्मा हमार
- अम्मा हमार(अवधी कविता)
- अलख जगाता रहता हूं
- अलविदा कहकर
- अलाव
- अवध किशोर के महल में चलों खेलें होली
- अवध किशोर के महल में चलों खेलें होली
- अश्क छिपाकर हँस देते हैं
- असफलता सफलता के लिए जरूरी है।
- अहम का नशा
आ
- आ गया मधुमास फिर से
- आ रहा है फिर से चुनाव
- आइस पाइस गुल्ली डंडा(अवधी कविता)
- आओ रंग जाए एक ही रंग में
- आओ हम सब दीप जलाएँ
- आखिर क्यों
- आंखों का सागर
- आंखों का सागर
- आंखों की भी अब अपनी मर्जी होने लगी है
- आंखों में तुझको देखा है
- आग
- आंगन के फूल
- आगोश
- आज नहीं, कल रोयेगा
- आज महफिल दिलों की सजा लीजिए
- आज महफिल दिलों की सजा लीजिए
- आज से बस मेरी हो
- आज से बस मेरी हो
- आजादी
- आजादी की कीमत
- आंतरिक शक्ति
- आत्महत्या ?
- आधुनिक नारी
- आपका आँचल
- आभूषण
- आया बसंत झूम कर
- आया है नव वर्ष
- आया है बसंत
- आरजू
- आवाज उठाओ
- आशिक़ी
- आसमा जब अहम का झुक जाएगा
इ
उ
ए
- एक एक ग्यारह बने
- एक ऐसा घर बन जाए मेरा
- एक कप कॉफ़ी
- एक ख़त पुराना
- एक गीत लबों पर आया है
- एक गीत-नारी के सम्मान में
- एक चाँद रिश्ते हज़ार रखता है
- एक जीवन चूक गया
- एक ताज़ा ग़ज़ल -यादों के आईनों में रह जाते हैं
- एक दिन
- एक दिन आयेगा
- एक पल
- एक पाती फिर हमारे नाम लिखना !
- एक प्रार्थना
- एक बार धर कर
- एक महिला से हर रिश्ता
- एक मुट्ठी धूप लाया हूँ
- एक राह ऐसी भी
- एक सुनहरी शाम
- एक होली ऐसी भी (कथालेख)
- एकता और सद्भाव की टोली- होली
- एकता और सद्भाव की टोली- होली
- एकाकार
- एकाकार
- एहसास
क
- कंचन के कंगन की किकिंणि की खनकार
- कठिन है रास्ता लेकिन
- कफ़न (प्रेमचंद)
- कफ़न तिरंगा
- कब तक पाठ शान्ति का हमको
- कब तक पिंजड़े में तड़पते रहेंगे
- कभी एहसास लफ़्जों में कभी कुछ गीत शब्दों में
- कभी जब मन करे तेरा
- कभी देखा है?
- कभी मिलो तुम
- कभी हंसते हुए दिल को तो रुलाया ना करो
- कम लिखना भी बहुत कठिन है
- कमजोर
- करुण वेदना की बेदी पर अमर प्रेम का दीप जलाना
- करें बाँहों में बल
- कर्म और उसके फल
- कर्म कर फल की चिंता मत कर
- कल तक तो चांद चमकता था,
- कल,आज और फिर कल
- कलम हमारी बोली
- कलियों का मानव से निवेदन
- कली खिलना चाहती है
- कविता
- कविता का औघड़
- कविता पढ़ने – लिखने से
- कविताएँ
- कहाँ हो तुम?
- कान्हा तोहार मुरलिया
- कान्हा संग खेलें होली
- कान्हा संग खेलें होली
- काफिला
- कारवां
- काश कभी ऐसा हो जाता
- कितनी होती कठिन प्रेम की साधना
- किनारा कर लिया मैंने
- किस सोच में ये डूबा व्याकुल है ये जमाना
- किससे किसकी यारी है
- किसान की पीड़ा
- किसान दिवस
- किसी की निगाह में
- कीर्ति-बीज बो जाएँ !
- कुछ और(गज़लें)
- कुछ कहना है
- कुछ खोया ,कुछ पाया
- कुछ गजलें
- कुछ तो रोक रहा है
- कुछ पंक्तियां
- कुछ रिश्ते ऐसे देखे हैं
- कुर्बान-ए-आजादी
- कुसुम खिलाना है
- केतु के हाथ में साल 2023 में सफलता की चाबी
- केवट रीझा रहा है
- केवल वंचना है!
- कैकई तुम उदास मत होना
- कैसी है माया(दोहें)
- कैसे बताउँ यार
- कैसे सुधरेंगे हालात
- कोई अपना हो ना सका
- कोई तो ऐसी रैन मिले
- कोई तो करता मुझसे प्यार
- कोई मौसम हो
- कोहरा
- क्या कंप्यूटर शिक्षकों की जगह ले सकता है
- क्या करूँ कैसे बताऊँ
- क्या चाहिए था
- क्या मुश्किल है
- क्या रखा है मायूस होने में
- क्या से क्या हो गया
- क्या हो सकते हैं महान?
- क्षमाप्रार्थी हूँ मां !
ख
- ख़त
- खनक रहे सिक्के!
- खान पान पर धई लेव ध्यान
- खिदमत-ए- हिंद में
- खिलता है कहीं एक फूल
- खुद अपनी तकदीर बनाएंगे
- खुद को सरल-स्वीकार्य बनाएं
- खुद सा होना
- खुला आकाश सारा
- खुशियाँ
- खुशी –खुशी से मेरी जिंदगी
- खुशी –खुशी से मेरी जिंदगी
- खेल तमाशा सा जीवन है
- ख़ैरियत
- खो गए हैं
- खोया पाया
- ख्याब
- ख्वाब
- ख्वाब का एक महल अब बनाने लगे
- ख्वाबों की तन्हाई भी
- ख़्वाबों में आना छोड़ दो
ग
- गंगा माँ
- गज़ल
- गज़ल-अक्सर मुझे आज़माने की खातिर
- गज़ल-एक पत्थर और मारो अब तलक़ ज़िंदा हूँ मैं ।
- गज़ल-ऐसा तो कुछ नहीं कि मर ही जाएं ख़ुशी से
- गज़ल-कोई नयी शुरुआत हो
- गज़ल-दिले नादान ये हलचल कहाँ से
- गज़ल-धूप का पर्वत खड़ा है सामने
- गज़ल-बाखब़र होके मगर सोता रहा
- गज़ल-बेपर हुए
- गज़ल-मुसलसल गम मेरे हालात में है
- गज़ल-शबनमी शोले वस्ल-ए- शबाब और क्या क्या
- गज़ल-शाख से टूटा है, क्या जाने किधर जायेगा
- गज़ल-सामने जो बहुत मीठा बोलता है
- ग़ज़ल:-अगरचे हौसला . मिट जायेगा
- ग़ज़ल:-अभी तो शाम बाकी है
- ग़ज़ल:-ज़ब दिल दिल से मिलता है
- ग़ज़ल:-तुम्हारी यादों की रोशनी में
- ग़ज़ल:-दीवारो-दर से जिसकी सदा गूँजती रही
- ग़ज़ल:-बहकना है यार बाकी
- ग़ज़ल:-मुहब्बत आजमाना चाहता है
- ग़ज़ल:-साँस लेता सदन अब रहा ही नहीं
- ग़ज़ल:-हर खुशी ही रेत सी
- गणतंत्र दिवस
- गणतंत्र दिवस
- गणतंत्र दिवस हमारा
- गणित सेट -1 (CTET& सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी)
- गणित सेट -2 (CTET& सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी)
- गमे रुसवाई
- गर्व से बिहारी हैं
- गाँव जा रहा हूँ
- गाँव बन गया है ग्लोबल
- गीत
- गीत तू
- गीत-आईना बता तू
- गीत:-साथ निभाए वही मीत है
- गुंडा (जयशंकर प्रसाद)
- गुनगुनी धूप में
- गुमसुम उदास सी बैठी हो
- गुरु का व्यक्तित्व
- गुरु परिचय
- गुरुदेव को विनम्र श्रद्धांजलि
- गुलाबी होली
- गोनू झा के किस्से
- गोपाल तेरे चरणों में
- गोपियों का विरह वर्णन
- गोपियों की निराशा
- गोरी रंग लेकर आई
- गौरा के संग विराज रहे हैं
- ग्यारह दोहें
- ग्यारह दोहें-तुम राधा मनभवनी , मैं तेरा घनश्याम
घ
च
- चक्रव्यूह
- चल मनोरमे एक उम्र पूरा हुआ
- चलता चल ये यार मुसाफ़िर
- चलता पागल पांव हमारा
- चलो कोई सिप सीखा जाय(अवधी कविता)
- चहक रहा हो तन मन सारा
- चाँद के सब अफ़साने हैं
- चाँदनी के लिए
- चांदनी रात
- चाँदी के फूल
- चार पैसा कमाने शहर जो गया
- चार पैसे की जिंदगी
- चार साहबजादे
- चाररोजा ज़िन्दगी में क्यों भला तकरार हो?
- चाहत आगे बढ़ने की हो
- चाहते तो तुम भी हो
- चाहतें थीं दिल में जो
- चिड़िया
- चिड़ियाँ रानी
- चिंता की छाँव में (नाटक)
- चिराग आंधियों में अब जलाएगा कौन
- चुपके चुपके
- चेतना संदेश
- चेहरा रह जाता है
- चेहरे
- चेहरे कितने रूपहरे
- चॉक का टुकड़ा (संस्मरण )
ज
- जख्म मेरे दिल को वह गुलाब दे गया
- जख्म मेरे दिल को वह गुलाब दे गया
- जग की प्यास
- जताने की ज़रूरत क्या है
- जन्म से लेकर मृत्यु तक
- जन्मदिन
- जब तक दूध दिहिन भर लोटा
- जब मन में
- जब हवाओं में है आग की-सी लहर
- जबसे हुए हैं शिक्षित
- जरा सी गुफ्तगू कर लो
- जल ही जिंदगी है
- जल है तो कल है
- जलती रही मसाल
- जाग मनुज अब
- जान बची तो लाखों पाये
- जानकी से बोले महावीर
- जाना मेरा तय है
- जाने क्यों अकसर लगता है
- जिजीविषा
- जिंदगी
- ज़िंदगी
- जिंदगी एक जैसी गुजरी हो
- जिंदगी का सफर
- ज़िंदगी की किताब के पन्ने
- जिंदगी की शाम
- ज़िंदगी के प्राथमिक रंग
- जिंदगी ख्वाब है
- जिंदगी में गम है क्यूं
- ज़िंदगी राहों सी हो गई है
- ज़िन्दगी
- ज़िन्दगी का अर्थ
- जिन्दगी का रहस्य पता ही नहीं
- जिन्दगी का रहस्य पता ही नहीं
- जिन्हें अपना समझ रखा था
- जिसने छोड़ा खुद को
- जी नहीं लगता कहीं पर क्या करें (गज़ल)।
- जी हाँ मैंने देखा हैं
- जीना सीखा है
- जीने की राह
- जीने की राह
- जीवन
- जीवन आज अभी में जी लें
- जीवन की ओर
- जीवन की सच्चाई
- जीवन के दिन चार बन्धुवर
- जीवन के मार्गदर्शक :पिता
- जीवन तुझपर वार दूँ
- जीवन तुम बिन
- जीवन तेरा मुस्कुराता रहेगा
- जीवन मृत्यु के द्वंद युद्ध में
- जो खो गई हैं चाहतें
- जो बदन थी
- जो संसार में पिता कहलाता है
- जोगीरा
- ज्ञान
- ज्ञान दायिनी हे मातु(घनाक्षरी)
- ज्ञानविविधा :- वर्ष-1,अंक-2-मार्च-2024
- ज्ञानविविधा :-अप्रैल-जून-2024
- ज्ञानविविधा :-अप्रैल-जून-2024
- ज्ञानविविधा :-मार्च-2024
- ज्ञानविविधा (प्रवेशांक-जनवरी-2024)
- ज्ञानविविधा (प्रवेशांक) :-जनवरी 2024
- ज्योतिर्मान है हिंदी
झ
त
- तकरार होली में
- तन-मन-धन(घनाक्षरी)
- तनहा तनहा सफ़र लगने लगा है
- तब कहीं जाकर
- तब से दिल में नमी ही नमी है
- तभी मानवता रोती है
- तमन्नाएं
- तमसो मा ज्योतिर्गमयः
- तरही ग़ज़ल-मुझसे इतना तो राबता रखता
- तसब्बुर में तेरे रहा उम्र भर
- ताँका
- ताँका की विश्व में प्रथम पुस्तक
- तारीखों पर टंगी यादें
- तारीफ
- तिरंगा
- तु क्यों है परेशान
- तुम फिर दबे पाँव आना
- तुम मिले ऐसे
- तुम वक्त सी निरंतर मुझमें चलती हो
- तुम वीणा तुम बांसुरी(दोहें)
- तुम सदा ही जियो इस वतन के लिए
- तुम, मैं और हम
- तुमने फिर से बना लिए नए किरदार
- तुम्हारा जब से सजदा कर लिया है
- तुम्हारी उम्र
- तुम्हारी नज़रों के सामने
- तुम्हारी बेख़ुदी के हम कभी तो राज़दाँ होंगे
- तुम्हारी याद
- तुम्हारी याद
- तुम्हारी याद आई तो है
- तुम्हारी याद!
- तुम्हारी राह में(ग़जल)
- तुम्हारे दिल में रहा करूंगा
- तुम्हारे दिल में रहा करूंगा
- तुम्हारे बिन गुजारे है
- तुम्हारे बिना
- तुम्हारे लिए
- तुम्हारे शब्दों के लिहाफ में
- तुम्हारे साथ
- तुम्हारे साथ
- तुम्हें क्या लिखूं
- तुलसी
- तू गा तो सही मुस्का तो सही
- तू जब जब याद आती है
- तू जानता है तुझे मैं भुला नहीं सकता
- तू मिला कि मुझको जहाँ मिला
- तू मुझको, अपना के देख
- तेरा ही अंश हूँ माँ
- तेरी गली
- तेरी नादानियाँ- गज़ल
- तेरे आँचल का
- तेरे बिना इस जिंदगी में
- तेरे शहर में गरीब के अस्मत भी बिके हैं
- तेरे सिवा
- तो कैसे सुधरेगे हालात
- त्याग प्रेम दिल भरा तो
- त्याग प्रेम दिल भरा तो
द
- दर्द की परछाइयाँ
- दर्द मुझको यहां मिला है बहुत
- दंश
- दहेज का व्यापार
- दिल का पंछी चाहता है, एक बसेरा चाह का
- दिल की बस्ती जो उजड़ी ,बसेगी नहीं
- दिल के फूल
- दिल न ये टूटा होता
- दिल ने तुम्हें पुकारा
- दिल में उजाला होता
- दिलों के फूल है
- दिशाहीन नहीं हूँ मैं
- दिसंबर जा रहा है
- दीपक की बाती जलती है
- दीये से जलते हैं
- दीवाने हैं
- दुनिया में नाम वतन का रहेगा
- दूर तक सूखे हुए पत्ते मुहब्बत के(ग़ज़ल)
- देखता रहा(गज़ल)
- देखा है उन्हें
- देखो फिर से होली आई
- देखो रुत आज होली की
- देखो सावन आया है
- देश का मान बढ़ाती हिंदी
- देश की आन पे सर अपना कटा देते हैं
- देश के रहनुमाओं से मेरे इन सवालों के ज़बाब चाहिए
- दो सखियों का भाव विनिमय
- दोस्ती
- दोहा
- दोहें
- दोहें-मिटा अंधेरा रात का, उतरी मन में भोर
- दोहें-हम बैरागी हो गए
- दोहें-हिंदी का हो ताज
- दोहे-होली के हाल
ध
न
- न गुरूर हो पाये
- न जाने कि किस भाव में
- न जाने कौन हूँ मैं
- न मिली अंगूठी(अवधी)
- न रातें रहीं , न वो बातें रहीं
- नईं आशाएं
- नगर
- नजर आते हैं
- नज़ारा और कोई किस तरह दिखाए नज़र
- नज्म़-दिलकी बातों से
- नदी
- नफ़रत के सिलसिले को हमें तोड़ना है तो
- नमन उनको मैं करता हूं
- नमो देव्यै महादेव्यै शिवायै सततं नम:
- नया एक गुल खिलाओ तो कभी जाने
- नया एक गुल खिलाओ तो कभी जाने
- नया साल : कुछ कविताएँ
- नया साल आया है !
- नया साल फिर आ रहा है
- नये साल काअभिनंदन
- नये साल में मस्ती
- नव जीवन उत्सर्जन
- नव जीवन उत्सर्जन
- नव वर्ष
- नव वर्ष मंगलमय हो
- नववर्ष
- नशा
- नहीं माँगता मैं अवकाश
- ना कह कर पछताया है मन
- नाचे दुनिया बावरी
- नारियों का योगदान
- नारी
- नारी
- नारी
- नारी एक रूप अनेक (संस्मरण)
- नारी तुम्हें अपने लिए खुद लड़ना होगा
- नारी तू नारायणी
- नालायक बेटा
- नास्तिकता का उदय
- नास्तिकता का उदय
- निगहबानी हमें करनी है, ख़ुद ही अपने गुलशन की
- निगाहें ऐसी डालो
- निगाहें ऐसी डालो तुम
- निगाहें वहां पर हो
- निभा लेते तो अच्छा था
- निरूत्तर सी मैं
- निर्झर
- निर्झर शब्दलहर
- निष्कर्म
- नीयत बदल गई है क्या मेरे राजदाँ की
- नीर भरी दु:ख की बदली
- नेपाली : प्रकृति चित्रण की संपूर्णता का कवि
प
- पंचख शांति
- पतझड़ सावन बन जाता है
- पता है
- पत्नी
- पथ के राही
- पदचिह्न बनाते बढ़ता चल
- परछाईं
- परमाणु युद्ध को रोकना होगा
- परवरिश
- परिवर्तन
- परिवार
- परिस्थितियों से लड़ता रहता हूं
- परेशान आदमी
- पर्यावरण और नेपाली का काव्य
- पर्यावरण संरक्षण
- पर्व है रंगों का
- पहचान
- पहली कविता
- पहाड़ों के भीतर
- पाके आज इतराई होगी
- पाती
- पानी – पानी
- पाप की गठरी
- पार जाना है
- पालक (पिता)
- पालना है प्रकृति का सभी के लिए
- पिंजड़े का सुगना
- पिता : सदैव आदरणीय
- पिता का शब्द बच्चे के लिए
- पिता के जूते
- पिया रंगे न मोरी चुनरिया
- पुत्री
- पुरस्कार-ज्ञानपीठ पुरस्कार
- पुलवामा
- पुष्प और कांटे
- पुष्प संदेश
- पुस्तक समीक्षा – मन पाखी अकेला
- पुस्तक समीक्षा – रात की धूप में
- पुस्तक समीक्षा : नागिन एक प्रेम कथा
- पुस्तक समीक्षा- ‘अक्टूबर जंक्शन’
- पुस्तक समीक्षा- सवा छः प्रेम
- पुस्तक समीक्षा- हिंदी व्यंग्य साहित्य में नारी
- पुस्तक समीक्षा-‘कागज़ के फूल’
- पुस्तक समीक्षा-“उठापटक”
- पुस्तक समीक्षा-B-15B फोर्थ फ्लोर
- पुस्तक समीक्षा-अश्वात्मा का अभिशाप
- पुस्तक समीक्षा-आठवां समंदर
- पुस्तक समीक्षा-कुल्हड़ भर इश्क : काशीश्क
- पुस्तक समीक्षा-ड्रीम जर्नी
- पुस्तक- समीक्षा-‘दरिया बन्दर कोट’
- पुस्तक-समीक्षा – ‘वो फ़ोन कॉल’
- पुस्तक-समीक्षा -‘दिसंबर संजोग’
- पुस्तक-समीक्षा -‘प्रत्याशा’
- पुस्तक-समीक्षा -‘रात की धूप में’
- पुस्तक-समीक्षा-‘भोर उसके हिस्से की’
- पूजित सदा जगत में नारी
- पृथ्वी- समुद्र प्रेम
- प्यार बदला है
- प्रकृति का संरक्षण
- प्रकृति के साथ
- प्रकृति चित्रण
- प्रकृति से पियार करो
- प्रकृति-पांचाली
- प्रतिभा संग नैतिकता हो
- प्रतीक्षारत
- प्रतीक्षारत मैं
- प्रथम चरण बन जाओ
- प्रवचना का नाम जिसने सेवा रख दिया
- प्रश्न ही प्रश्न
- प्राकृतिक मिलन
- प्राप्त है जितना वही पर्याप्त होना चाहिए
- प्रार्थना
- प्रार्थना-कोई लीला करो शंभू
- प्रेम
- प्रेम
- प्रेम का अबीर
- प्रेम का घड़ा
- प्रेम का बीज
- प्रेम का स्वरूप
- प्रेम के रास्ते
- प्रेम दिलों में भरा नहीं है
- प्रेम दीप
- प्रेम नदी रस की भरी(11 दोहें)
- प्रेम पत्र :पांच कविताएँ
- प्रेम पास में बंधे हुए हैं
- प्रेम पिपासा
- प्रेम में ही तृप्ति है
- प्रेम रंग
- प्रेम रस
- प्रेम रोगी
- प्रेम ही ईश्वर है।
- प्लेट मेरे नाम की
फ
- फ़कत बीज नहीं
- फन
- फागुन
- फागुन (दो छन्द)
- फागुन (दो छन्द)
- फागुन आ गया
- फागुन आयो रे
- फागुन में मन बौराया
- फागुनी फुहार हो
- फिर आया पतझड़ का मौसम
- फिर भी मुझे इकरार है
- फिर भी लिखना है
- फिर याद आई गांव की खुशबू
- फिर से मानवता घबराई है
- फिसलता रहा(गज़ल)
- फुल कहय माली से(अवधी कविता)
- फूल
- फूल और कण्टक
- फूल गवाह है निशा के संघर्ष का
- फूल तुम्हें भेजा है
- फौजी की पत्नी अपने फौजी से कहती है
ब
- बखरी(अवधी कविता)
- बगियम् नवा बसंत(अवधी कविता)
- बगिया
- बचपन और जवानी
- बचपन की सुनहरी यादें
- बचपन की होली
- बचपन की होली
- बचपन के दिन बीत चले
- बचपन न रहा है,न जवानी रहेगी
- बँटवारा
- बंटवारा
- बड़का पाँड़े
- बढ़े चलो
- बतियाती हैंअक्सर तुम्हारी यादें
- बरसात के बादल !
- बरसों से बेनूर है(11 दोहें)
- बलिदान वीर सपूतों का…..
- बस चलना है
- बस जाओ ज़रा
- बसंत जैसे मेरा प्रेम हो
- बसंत जैसे मेरा प्रेम हो
- बसंत पंचमी
- बसंती बयार होली लायी
- बसंतोत्सव पर
- बसन्त/गणतंत्र
- बसाओ दिल मे हनुमान को
- बसाकर दिल में उनको
- बह गये हैं याद के घर वक़्त के सैलाब में
- बाट
- बात करते नहीं
- बादल आये
- बाबा बेलखरनाथ धाम
- बाबा साहेब अम्बेडकर को समर्पित
- बाबू जी! मुझे फिर से वही बचपन चाहिए
- बाबू वीर कुँवर सिंह के प्रति
- बाल दिवस
- बाँसुरी की तरह
- बिकाय गए भगवान(अवधी कविता)
- बिछड़ने का दर्द
- बिहार अतीत और वर्तमान के आइने में
- बिहारी हैं
- बीतती खुशियों में जिंदगी है मेरी
- बीतते हुए साल का दर्द
- बुद्ध
- बुरा ना मानव होली हय(अवधी कविता)
- बूढ़ा बैल
- बेजुबान की पीड़ा
- बेटियां
- बेटियां
- बेटियां
- बेटियाँ
- बेदर्दों को दर्द सुना कर,क्या होगा
- बेवड़ो की होली (हास्य रचना)
- बोल रहा इतिहास
- ब्रज की रज
भ
- भक्त
- भक्त की विजय का पर्व : होली(नाटक)
- भगवान बन जाना
- भगाएं जिंदगी का सूनापन
- भजन-शिवमय जीवन
- भले हमारी हार हो
- भवा देश कय बंटाधार
- भाई मुझे भुल न जाना याद रखना
- भारत की आजादी में मऊ जिले की बलिदानी भूमिका
- भारत के रखवाले हैं
- भारत के रखवाले हैं
- भारतम!
- भाव दिलों का जोड़ लो
- भुला दो मुझे
- भूख
- भूल को सुधार ले
- भूल गया अब याद नहीं
- भूल जाना भी अच्छी आदत साहब
- भेद क्यों करते हो।।
म
- मकर संक्रांति
- मगर तुम ना समझ पाए
- मंचों का किरदार हूं
- मछली-पोखर
- मजदूर
- मजदूर दिवस
- मजहब
- मजा है तबसे
- मंजिलें
- मंजिले दूर होती रही
- मत शूल की बातें करो
- मदन गोपाल सबके हैं
- मदारी
- मधुआ (जयशंकर प्रसाद)
- मधुमास की छटा
- मन की बात
- मन पतंग
- मनवा प्रिय दर्शन की आस
- मर रहा होता है
- महज एक दिल के कोने में
- महाकवि गो० तुलसी दास की पावन स्मृति को समर्पित एक ग़ज़ल –
- महादेव भोले भंडारी
- महान मानवतावादी महात्मा गौतम बुद्ध
- महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी
- माँ
- माँ अब मैं बडा हो गया हूं
- मां अब मै बडा हो गया हूं
- मां का आंचल
- माँ का दर्द
- मां की गोद
- माँ की जयकार(घनाक्षरी)
- मां में सारी देवी बसती हैं
- मांँ शारदे
- मां शारदे ! तनिक सा तो तार दे
- माँ शारदे वन्दना
- माँ होती है
- माण्डवी
- मान बेच कर सुविधा पाना-तौबा-तौबा
- मान लेंगे वो बुरा तो मुस्कराना छोड़ दें
- मानव
- मानव धर्म
- मिल गई जिसको जमी
- मिलती नही है मंजिल
- मिला है जो भी मुझे अब तक मेंरी माँ की दुआओं से
- मीत
- मीत
- मुक्तक
- मुझको एक सच्चा इंसान मिला
- मुझसे शादी करोगी?
- मुझे गांव में रहने दो
- मुझे गिराने की जिद जमाना कर रहा है
- मुझे रात सँवर जाने को कहती है
- मुद्दतें गुज़र गईं ख़ुद से मिले हुए
- मुसलसल युद्ध चलता है कोई
- मुस्कराने लगे हैं
- मुस्काती है
- मुस्कुराने की वजह जो मिल गया होता
- मुस्कुराने से भला क्या दर्द कम हो जाएगा ।
- मृगतृष्णा
- मेरा हृदय उद्गार
- मेरा हौसला था
- मेरी कविताएँ मेरा लेख
- मेरी गजलों में तेरे गुनाहों का हिसाब होगा
- मेरी जान को, मेरी जान से दिक्कत है
- मेरी जिद
- मेरी तनहाई का सहारा है
- मेरी प्रेमिका
- मेरी फुदकती चिड़िया
- मेरी मंजिल
- मेरी लेखनी का सफर
- मेरी हिन्दी
- मेरे चेहरे पर कई जिम्मेदारियों की हैं झुर्रियां
- मेरे दर्द में तुम
- मेरे पाँव की पायल
- मेरे प्रियतम को ना जगाओ
- मेरे मन की बात
- मेरे हिस्से में गांव मिला
- मेरे हौसलों को लोग आजमाने में लगे हैं
- मेवाड़ केसरी महा राणा प्रताप
- मैं
- मैं अक्सर खुद से लड़नें लगता हूँ
- मैं अपनी दुनिया सौंप दूं
- मैं कहता हूं कि तुम भुला दो मुझे
- मैं चाहूं बस इतना
- मैं तुझे चाहता हूंँ बस
- मैं तुमको याद आऊंगा
- मैं नहीं मानता
- मैं बिखरता नहीं
- मैं भी पढ़ने जाऊंगी
- मैं मंत्रों की हृदय धारा हूँ
- मैं रो रोकर
- मैं ही इस जग रचयिता हूं
- मैं हूं ना
- मैंने तेरे लिए
- मोबाइल
- मोहब्बत का नक्शा
- मोहे रंग दे गुलाल
- मौत : कुछ शब्द चित्र
- मौसम
य
- यह जीवन पथ आसान नहीं।
- यह निर्णय हमको करना है
- यह प्रेम अगर फिर अपना होता
- यह युग छलिया ,प्रपंचों का है
- यही तो पूछ रहा हूं
- याद करो
- यादों की बारिश में धुलकर
- यादों के नाम ख़त
- युग का युवा
- युधिष्ठिर का निर्वेद
- यूंँ ज़िंदगी में
- यूं लिबास मुझसे
- ये कैसा नया साल है
- ये नज़र है या कोई पुरानी शराब है
- ये परिंदे सफर में हैं
- ये मासूम सी मुहब्बत
- योग की मानव जीवन में आवश्यकता
- यौवन की रुत आ गई
र
- रक्षाबंधन
- रक्षाबंधन का महत्त्व
- रंग अनेकों होते तो हैँ
- रंग इन्द्रधनुष
- रंग गुलाल तुम भेज दिये
- रंग भऐं सब प्रीत
- रंग-ए-बहार होली का
- रघुपति से जीत न पाऊंगा
- रवीन्द्रनाथ टैगोर की लोकप्रिय कहानियाँ
- रह जाते यदि राजा बनकर जीवन लक्ष्य ना पूरा होता
- रहमत का असर है
- राम आयेंगे(एकांकी)
- राम रावण युद्ध
- रामदुलारी
- रायपुर की गलियों में
- रावण कहता है
- रिश्तें
- रिश्ते वफ़ा ईमान और जज्बात देखिए
- रिश्तों की अहमियत
- रिश्तों की बात हो।
- रूह में मिलने का इरादा बहुत ज्यादा था
- रेगिस्तान का बसन्तोत्सव
- रेत का घर
- रोटियाँ
- रोम-रोम में छा जाना
ल
व
- वक्त
- वक़्त ए रुख़सत ये सिलसिला होगा
- वक़्त कट जायेगा कठिन भी
- वक़्त की टहनी पे अब भी खिल रहा हूँ मैं
- वक़्त के सैलाब में
- वक़्त तनहा रह गया।
- वतन की मिट्टी
- वंदन
- वसंत आया
- वसंत पंचमी
- वसन्त आ गया !
- वह मेरे घर, आई कल।
- वही घनश्याम चाहिए
- वापसी
- विद्या और शिक्षा में मौलिक अंतर
- विधि का विधान
- विनाश की झांकी
- विरान
- विवाह की 20 वीं वर्षगांठ
- विश्व में हो हिन्दी का सम्मान
- विश्वास की शक्ति
- विष को भला पिएगा कौन
- वीर मल्हार
- वीरांगना लक्ष्मीबाई
- वे दिन
- वैदिक साहित्य
- वो कितने कठिन दौर थे
- वो जिसके वास्ते जनमों जनम ठहरा रहा होगा
- वो बसंत की याद
- वो मुस्कुरा देती है जब वो मुस्कुराता है
- वो यकता है मगर लगता कई है
- व्याकुल अखियाँ
- व्याकुल मन
- व्याकुल है ये जमाना
श
- शफक
- शब्द
- शब्द से चेतना तक नयन ही नयन
- शरद पूर्णिमा
- शर्तिया कोई नेवला होगा
- शांत रुदन
- शायरी
- शिक्षक
- शिक्षक समाज का शिल्पकार
- शिक्षक: प्रकाश के समान
- शिक्षा शास्त्र (सेट-1)
- शिक्षा शास्त्र (सेट-2)
- शिक्षा शास्त्र (सेट-4) (CTET & UGC-NET एवं अन्य शिक्षक नियुक्ति परीक्षाओं हेतु उपयोगी )
- शिक्षाशास्त्र (सेट-3) (CTET & UGC-NET एवं अन्य शिक्षक नियुक्ति परीक्षाओं हेतु उपयोगी )
- शिव : एक अनुसरणीय जीवन
- शिव की महिमा
- शिव बम बम
- शिव शंकरा
- शिवरात्रि
- शीत ऋतु -कवित्त (ककहरा)
- शीर्षक= भारतीय हिंदू नव वर्ष
- शीर्षक= हम करेंगे मतदान (लोकसभा चुनाव)
- शेर
- श्रमिक दिवस को समर्पित:-गीत
- श्री कृष्ण की महिमा
- श्री कृष्ण जन्म
- श्री गुरु चालीसा
- श्री गुरु वंदना
- श्रृंगार
स
- संकल्प की शक्ति
- सकारात्मक सोच
- संघर्ष
- संघर्ष मगर अपना है
- संघर्ष ही जीवन
- संघर्ष ही जीवन है
- सच को जब हमने समझा
- सतरंगी होली
- सती सुलोचना
- सत्य
- सदा रहा ना कोई कैसे मैं रह पाऊंगा
- सदा ही साथ में रहना
- सन् 1857 महाक्रांति के योद्धा, हरियाणा के राजनायक राजा राव तुलाराम
- सन्ध्या-योग
- सपने सजा जाता है
- संपादक मंडल
- सफर
- सफेद आंचल
- सब को अपने गले से लगा कर चलो
- सब गरीब धनवान हैं-दोहें
- सबके दिल को ही शीतल करू मै
- सबरी के राम
- सबसे बड़ा पुण्य
- समय ने खोले बंद पुराने
- समसामयिक हिंदी कविता : विविध परिदृश्य
- समाजवाद, राष्ट्र और चन्द्रशेखर
- समीक्षा :- कोचिंग @कोटा(उपन्यास)
- समीक्षा :-कॉफी विद कृष्ण(उपन्यास)
- समीक्षा:- अँधेरे के खिलाफ़(काव्य संग्रह)
- समीक्षा:-इस मोड़ से आगे(उपन्यास)
- सम्हले जमाना जरा
- सरस्वती मां
- सरस्वती वंदना
- सर्द रातें
- सवाल ये है
- संस्मरण
- सहरिन से पुरवा बही (अवधी रचना -दोहा )
- सा. अध्ययन (सेट-1) (सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी)
- सा. अध्ययन (सेट-2) (सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी)
- सा. अध्ययन (सेट-3) (सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी)
- सा. अध्ययन (सेट-4) (सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी)
- सा. अध्ययन (सेट-5) (सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी)
- साँची आंखें
- साथ अपनो को
- सादगी का करके सिंगार
- साधक तिरस्कार-तम में हैं(गीत)
- सारियाँ
- सावन का महिना
- सावन का महीना दर्ज़ कर देना
- सावन के मेघ
- सावन तुम फिर कब आओगे
- सांसों का दरिया बहे(दोहें)
- साँसों की आग
- साहित्य समाज का दर्पण
- साहिब(गज़ल)
- सिकन्दर
- सितम यूं मुझपे ढा रहा है कोई
- सियासत
- सियासत
- सिर्फ शब्द नहीं
- सीख
- सुकून के पल
- सुकून नहीं मिलता है
- सुख – सुविधा
- सुखद भावो का यहा निर्माण हो
- सुग्गो
- सुन मनोरमे, अपने नववर्ष का आना अभी बाँकी है
- सुन री मनोरमे, अपना नव वर्ष मनना है।
- सुन री मेरी मनोरमे
- सुनता रहा मैं
- सुनो ना
- सुबह का सूर्योदय नभ
- सुलगता अलाव
- सुवासित शीतल सुखद बयार
- सुहाने से मौसम में
- सुहाने से मौसम में मैं घूमता हूं
- सूनापन और एकांतवास
- सूरज
- सूरज भी चाँद बन
- सृजन
- सृष्टि का उपहार है नारी
- सेदोका
- सेमल के फूल
- सोचता हूँ दर्द को घड़ी बना दूं
- स्त्री
- स्त्री
- स्त्री
- स्त्री लिखती है तो आकाश उतर आता है
- स्त्री- अस्मिता के सवाल और हिन्दी मीडिया
- स्त्री, स्वरुप शक्ति का
- स्नेहनिल बौछार
- स्पर्धा
- स्पर्श
- स्वच्छता रखना हमारा धर्म है।
- स्वप्न
- स्वप्न या हकीकत
ह
- हजार खूबियां देखी कमी वफा देखा
- हम अपनी दौलत लूटा रहे है
- हम ग़ज़ल किसको सुनायें
- हम छले गये
- हम दीन दुखियन के
- हम मजदूर हैं साहब
- हम हन दलित नारी
- हम हैं
- हम हो चुके हो
- हमक़दम, हमदम न होगा
- हमका बस पियार चाही(अवधी कविता)
- हमारी हर पंक्ति में
- हमें दुनिया भी चाहिए
- हमेशा ही मुहब्बत से वो सारे काम लेते हैं
- हर कर्म का श्री गणेश तुम्ही हो
- हर तरफ बबूल !
- हर दर पर सर झुके ये मुझे मंजूर नही है
- हर दुआ मे वो ज़माना चाहता हूँ
- हर बाज़ी जीती थी मैंने
- हर मंज़र आज़ार हुआ
- हर मंज़र आज़ार हुआ
- हर वक्त तेरा ख़्याल है
- हर सुबह रात की सिसकी है
- हर हर महादेव
- हरिजन
- हंस वाहिनी
- हां, मौन हूँ मैं…!
- हाइकु
- हाशिये हैं
- हास्य-व्यंग्य
- हिंदी साहित्य (वस्तुनिष्ठ)
- हिंदी साहित्य (वस्तुनिष्ठ)
- हिन्दी साहित्य (वस्तुनिष्ठ)
- हिन्दी हमारी शान है।
- हिन्दुस्तान के घाती पर
- हुकूमत की गोद में
- हे जिंदगी
- हे दीनबंधु(घनाक्षरी)
- हे महेश्वर, हे महाकाल
- हे राम!तुम्हारे चरणों में
- हैवानियत
- हो अगर मेरी तरफ
- हो कभी ना फासला
- हो जाए मेरी अभिलाषा पूरी
- होके तुझसे जुदा दूर जाना नहीं
- होड़
- होरी कि हुड़दंग
- होरी गिरि कैलाश पे
- होली
- होली – गीत (सरसी छंदाधारित)
- होली (गीत)
- होली (दोहा)
- होली आई
- होली आई
- होली आई रे होली आयी
- होली आई विहसा अंबर
- होली का त्यौहार
- होली ने रंग बिखेरे हैं
- होली पर दोहे-रजनीगंधा की महक
- होली पर हर रंग प्रहलाद है
- होली रंगों का त्यौहार
- होली- मुक्तक द्वय
रचनाकारों की सूची
Authors
Dr. Mukund Kumar (Bihar) Copyright@Dr. Mukund Kumar/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है | Master of Arts from, The Department of Economics, BRA, Bihar University, Muzaffarpur; M. Phil & Ph.D from ICFAI Group, Hyderabad and Dehradun; UGC-NET in Economics; Asst. Professor, Department of Economics. Dr.LKVD, College, LN Mithila University, Darbhanga.
Dr. Rishika Verma is working as Assistant Professor, Department of Philosophy, School of Humanities and Social Sciences in Hemavati Nandan Bahuguna Garhwal University, Srinagar (Garhwal) Uttarakhand, A Central University. She Completed her higher education, B.A., M.A., Ph.D. and Post-Doctoral Fellowship from Banaras Hindu University, Varanasi. Her 30 Research papers are published in National and international, UGC CARE and UGC listed journals. She presented 34 papers in national and international seminars and conferences. She has wirtten 3 books till now. she got many Awards and Samman like International Educationist Award, Best Young Woman Faculty Award, National YogaRatna Award, Sahitya Gaurav Samman, Hindi Utkrisht Sahitya Seva Samman, Woman Icone Award.
Copyright@/डॉ शिवांगी श्री इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
डाॅ. उमेश कुमार शर्मा, ग्राम+ पो.- डरहार, थाना- नवहट्टा, जिला- सहरसा, बिहार, जन्म- 15 अगस्त, 1985 हिन्दी विषय में एम. ए., पी-एच. डी. तथा नेट/ जे आर एफ उत्तीर्ण। दशवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन सहित दो दर्जन से अधिक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों में प्रतिभागिता। देश की अनेक पत्र- पत्रिकाओं में दो दर्जन से अधिक शोध- आलेख, कहानियाँ, कविताएँ प्रकाशित। आकाशवाणी से कुछ कहानियों का प्रसारण। संप्रति : सहायक प्राध्यापक, हिन्दी विभाग, श्री राधा कृष्ण गोयनका महाविद्यालय, सीतामढ़ी, बिहार. Copyright@डाॅ. उमेश कुमार शर्मा/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
पिता - जितेंद्र सिंह,माता - ऊषा देवी,ग्राम- रेहड़िया,तहसील-बिसौली,जिला-बदायूं ,प्रदेश - उत्तर प्रदेश,पिन -243725,पेशा - शिक्षक (विषय अंग्रेजी). Copyright@अखिलेश ठाकुर/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
B.Sc,LLB. उज्जैन (मध्य प्रदेश)| राष्ट्रीयकृत बैंक में वरिष्ठ प्रबंधक | Copyright@अतुल्य खरे/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
जीवन में व्रत एक चाहिए एक चाहिए नेम, एक सखी हो क्षमा और बस एक सखा हो प्रेम|
नाम : अनूप अंबर जन्म तिथि:01जनवरी 1991 पिता का नाम:राजेश कुमार पता: फर्रुखाबाद उत्तर प्रदेशइनके नौ साझा संकलन प्रकाशित हो चुके हैं, पच्चीस अर्थलोगी प्रकाशित हो चुकी है, विभिन्न मंचों से 150 से अधिक सम्मान पत्र प्राप्त है, इनकी विभिन्न रचनाएं पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी है,ये कई साहित्य पटलों पर सक्रिय है ।। Copyright@अनूप अंबर / इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
पता: ग्राम- लोदीपुर, पोस्ट+थाना+जिला- नालन्दा, बिहार-803111 Copyright@अमित राज/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
कुर्साकांटा, अररिया, बिहार. Copyright@अरुण आनंद/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
अशोक कुमार कुशवाहा "पाटल" जबलपुर, मध्यप्रदेश, ।। Copyright@अशोक कुमार कुशवाहा/इनकी रचनाओं का ज्ञानविविधा पर संकलन साहित्यिक/शैक्षिक उद्देश्य से किया गया है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
(कवि, लेखक, पत्रकार, समाजसेवी एवं रेडियो उद्घोषक) शिक्षा : स्नातक पेशा : नौकरी रुचि : लेखन, पत्रकारिता तथा समाजसेवा देश विदेश की दर्जनों पत्र पत्रिका में कविता, लेख तथा कहानी प्रकाशित। आकाशवाणी लखनऊ, नेपाल टेलीविजन तथा विभिन्न एफएम चैनल से अंतर्वाता तथा कविताए प्रसारित। भारत तथा नेपाल की तमाम साहित्यिक संस्थाओं से सम्मान तथा पुरुस्कार प्राप्त। पता : करमोहना, वार्ड नंबर 3, जानकी गांवपालिका, बांके (लुम्बिनी प्रदेश) नेपाल।Copyright@आनन्द गिरि मायालु/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
You are rich in the talent of expression and deep understanding of scientific, socio-economic, political, historical and literary fields etc. Copyright@आलोक कुमार / इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
शिक्षा- M.Tech. (गोल्ड मेडलिस्ट) नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कुरुक्षेत्र, हरियाणा l संप्रति-आकाशवाणी रायबरेली (उ.प्र.) में अभियांत्रिकी सहायक के पद पर कार्यरत l साहित्यिक गतिविधियाँ- कई कवितायें व कहानियाँ विभिन्न पत्र पत्रिकाओं कैसे मशाल , रेलनामा , काव्य दर्पण , साहित्यिक अर्पण ,फुलवारी ,नारी प्रकाशन , अर्णव प्रकाशन इत्यादि में प्रकाशित l कई ऑनलाइन प्लेटफार्म पर एकल और साझा काव्यपाठ l आकाशवाणी और दूरदर्शन से भी लाइव काव्यपाठ l सम्मान- नराकास शिमला द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं में पुरस्कृत व सम्मानित l अर्णव प्रकाशन से "काव्य श्री अर्णव सम्मान" से सम्मानित l विशेष- "साहित्यिक हस्ताक्षर" चैनल के नाम से यूट्यूब चैनल , जिसमें स्वरचित कविताएँ, और विभिन्न रचनाकारों की रचनाओं पर आधारित "कलम के सिपाही" जैसे कार्यक्रम और साहित्यिक पुस्तकों की समीक्षा प्रस्तुत की जाती है l पत्राचार का पता- आलोक सिंह C- 20 दूरदर्शन कॉलोनी विराजखण्ड लखनऊ, उत्तर प्रदेश Copyright@आलोक सिंह "गुमशुदा"/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
Copyright@आशीष कुमार/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
Copyright@उमेश चंद्र श्रीवास्तव नवांकुर/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
धनपत राय श्रीवास्तव (31 जुलाई 1880 – 8 अक्टूबर 1936) जो प्रेमचंद नाम से जाने जाते हैं,Copyright@प्रेमचंद/संबंधित इनकी रचनाओं का ज्ञानविविधा पर संकलन सिर्फ शैक्षिक उद्देश्य से किया गया है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व संबंधित कॉपीराइट धारक की अनुमति आवश्यक है |
Copyright@कन्हैया झा आशुतोष / इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
कमलेश श्रीवास्तव पिता-श्री शिवचरण श्रीवास्तव माता-श्रीमती गीता देवी श्रीवास्तव जन्म तिथि- 14 अगस्त 1960,श्री कृष्ण जन्माष्टमी जन्म स्थान- सिरोज, जिला विदिशा, म.प्र. शिक्षा-एम.एससी.(रसायन शास्त्र) साहित्यिक गतिविधियाँ- आकाशवाणी एवं दूरदर्शन से रचनाओं का प्रसारण विभिन्न पत्र एवं पत्रिकाओं में रचनाओं का प्रकाशन हिन्दी उर्दू काव्य मंचों पर काव्य-पाठ| कृतियाँ/प्रकाशन- नवगीत संग्रह समांतर-3, गज़ल संग्रह "वक्त के सैलाब में" एवं गज़ल संग्रह "क्या मुश्किल है" का प्रकाशन सम्प्रति- शाखा प्रबंधक एम.पी. वेअर हाऊसिंग एण्ड लॉजिस्टिक्स कार्पोरेशन शाखा पचौरी, जिला-रायगढ़ में शाखा प्रबंधक के रूप में पदस्थापित| संपर्क सूत्र- 269"धवल निधि" बालाजी नगर,पचौर, जिला- रायगढ़, म. प्र.,पचौर 465683 मो-09425084542 email-kamlesh14860@gmail.comCopyright@कमलेश श्रीवास्तव / इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
पिता का नाम - अशोक माहोरे, माता का नाम - सरला माहोरे, जन्म तिथि - 29 दिसम्बर 1998, जन्म स्थान (प्रदेश सहित) - ग्राम-सारसवाड़ा, पोस्ट-बोरियाँ,जिला-छिंदवाड़ा, प्रदेश – मध्यप्रदेश, पता - वार्ड नं.24 महाराणा प्रताप सारसवाड़ा,छिंदवाड़ा(म.प्र.), शिक्षा - बी.एस.सी. व्यवसाय - 1. होम्योपैथिक क्लिनिक, मेडिकल, फार्मेसी ,साहित्य रचना की विधा - गीत, ग़ज़ल, छंद, दोहे, मुक्तक, कविता, लघु कथा आदि। अन्यान्य - समाज सेवी, समाज सेवा, रंगमंच, रंगकर्मी, पत्रकारिता आदि। प्रसारण - आकाशवाणी छिंदवाड़ा,प्रसार भारती, दूरदर्शन आदि। प्रकाशन - विभिन्न पत्र- पत्रिकाओं रचनाओं का प्रकाशन, 2 साझा संकलन आदि। साहित्य में योगदान - अनेको काव्य गोष्टी एवं कवि सम्मेलन में प्रस्तुति। प्राप्त पुरुस्कार /सम्मान - अटल साहित्य सम्मान - 2022, हिंदी सेवा सम्मान - 2022, राष्ट्रीय साहित्य सम्मान - 2022, काव्य श्री सम्मान 2022, राष्ट्रीय प्रतिष्ठा पुरुष्कार, साहित्य अकादमी पुरस्कार, सम्मान पत्र, भोपाल, सँस्कार भारती हरियाणा कविता सम्मान, क्षत्रिय माहोरे कलार महासभा सम्मान, साहित्य भूषण सम्मान, साहित्य गौरव सम्मान, शब्द साधक सम्मान, राष्ट्रीय गौरव सम्मान 2019, एवं विभिन्न काव्य पाठ, कवि सम्मेलन प्रमाण पत्र आदि। साहित्य संस्था का नाम (जिससे जुड़े है) पद का नाम - 1) पाठक मंच छिंदवाड़ा (मीडिया प्रभारी) 2) एकता जन सेवा फाउंडेशन, (अध्यक्ष) 3) मातृ भूमि सेवा संघ, (वरिष्ठ उपाध्यक्ष) वर्तमान पता - वार्ड नं.24 महाराणा प्रताप सारसवाड़ा,छिंदवाड़ा (म.प्र.) पोस्ट -बोरिया , तहसील- छिंदवाड़ा, जिला - छिंदवाड़ा, पिन - 480001, मोबाइल -8839853039,Copyright@कवि हरिओम माहोरे/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
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गिरिराज पांडे पुत्र श्री केशव दत्त पांडे एवं स्वर्गीय श्रीमती निर्मला पांडे ग्राम वीर मऊ पोस्ट पाइक नगर जिला प्रतापगढ़ जन्म तिथि 31 मई 1977 योग्यता परास्नातक हिंदी साहित्य एमडीपीजी कॉलेज प्रतापगढ़ प्राथमिक शिक्षा गांव के ही कालूराम इंटर कॉलेज शीतला गंज से ग्रहण की परास्नातक करने के बाद गांव में ही पिता जी की सेवा करते हुए पत्नी अनुपमा पुत्री सौम्या पुत्र सास्वत के साथ सुख पूर्वक जीवन यापन करते हुए व्यवसाय कर रहे हैं Copyright@गिरिराज पांडे/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
गुलशन पंवार का जन्म मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के आंबा गांव में 22, अक्टूबर 2001 को हुआ। इनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव और ननिहाल में हुई। इन्होंने बी.ए.(अंग्रेजी साहित्य) से किया। इनकी रचनाएं पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं। युवा कवि और शायर ग़ज़ल और कविताएं लिखते हैं। Copyright@गुलशन पंवार/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
संक्षिप्त परिचय :- जन्म 10 सितम्बर 1988 को म0प्र0 के रीवा जिले से महज 10 कि0मी0 दूर एक छोटे से गाँव मे एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। शिक्षा:- एम0 ए0 अंग्रेजी साहित्य, बी0 एड0. रचनाएँ:- नंगा बादशाह से बड़ा, मोबाइल, मैं गाँव हूँ, मैं टाक बेचता हूँ, पर्यावरण न एक दिवस हो, पावस ऋतु, कुर्बान-ए-आजादी एवं अन्य बहुत सी रचनाएँ एवं 'जीवन चक्र' निबंध संग्रह। सम्मान:- वर्ष 2020 में 'काव्य सलिल' एवं 'हिंदी-श्री' सम्मान से सम्मानित। साहित्यिक योगदान:-देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से कविताओं का प्रकाशन।Mob.-9770468773. Copyright@जय तिवारी/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
फ्लैट नं २०५ बी, संगीता पैलेस, कैलाश इन्केव, शिवपुरी , पटना -२३.Copyright@जय प्रकाश कुअर/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
नाम-जयशंकरप्रसाद उपनाम-कलाधर जन्म-30 जनवरी 1889 एवं देहांत-15नवंबर 1937Copyright@जयशंकर प्रसाद /संबंधित इनकी रचनाओं का ज्ञानविविधा पर संकलन सिर्फ शैक्षिक उद्देश्य से किया गया है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व संबंधित कॉपीराइट धारक की अनुमति आवश्यक है |
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नाम: डॉ आर सी यादव, पिताः स्व. श्री दूधनाथ यादव, माता: श्रीमती बेला यादव, पताः जी- 40 अध्यापक नगर, नांगलोई, दिल्ली-110041 शिक्षा: बी.एससी., बी.एड. डॉक्टरेट (मानद उपाधि), पैतृक निवासः डोभी, केराकत, जौनपुर, यूपी, वर्तमान निवासः अध्यापक नगर, नांगलोई, दिल्ली -41, संप्रतिः अध्यापन सह संपादकः कबीर चौरा मासिक पत्रिका ब्यूरो चीफः करिश्मा हिन्दी मासिक राष्ट्रीय प्रमुखः दि जर्नलिस्ट एसोसिएशन, प्रकाशन विवरण एकल काव्य संग्रहः मेरा बचपन मेरी मां, मेरे मन के गीत, मेरा बचपन मेरा गांव मेरे कबीर मेरी वाणी, आत्मचिंतन से सफलता की ओर, साझा काव्य संकलनः साहित्य समर्पण, उजेश, नये पल्लव, नारी शक्ति, काव्य सुरभि, आराध्या, काव्य मधुबन, मेरी माँ मेरे एहसास, कुमुलानी, भारत माता, एकलव्यम्, पत्रकारिता का अनुभवः पूर्व उप संपादकः मदर इंडिया, हिंदी मासिक पत्रिका, पूर्व कार्यकारी संपादकः हिंद केसरी न्यूज़, समाचार पत्र/पत्रिका में प्रकाशित रचनाएं: मदर इंडिया हिंदी मासिक,पब्लिक रिव्यू हिंदी मासिक इंडिया दर्पण हिंदी दैनिक प्रखर पूर्वांचल हिंदी सांध्य दैनिक हरियाणा प्रदीप हिंदी दैनिक भारतीय जनयुग हिंदी दैनिक दैनिक आर्यावर्त दैनिक फैजाबाद की आवाज अहिरवाल टाइम्स दि ग्राम टुडे, साहित्यिक उपलब्धियां: 1. साहित्य शिरोमणि गौरव सम्मान -2022 2. साहित्य रत्न सम्मान 3. राष्ट्रीय जन क्रान्ति सम्मान 4. मां साहित्य सम्मान -2022 5. प्रजातंत्र का स्तंभ गौरव सम्मान 6. साहित्य संरक्षक सम्मान 7. साहित्य समर्पण सम्मान 8. के.बी.एस. काव्य श्री सम्मान 9. मातृभूमि गौरव सम्मान 10. सुमित्रानंदन पंत स्मृति सम्मान 11. महर्षि वेद व्यास शिक्षा सम्मान 12. गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर सम्मान 13. सर्वोच्च शिक्षक सम्मान 14. समर्पण नागरिक सम्मान 15. पत्रकारिता में सम्मान 16. हिन्दी गौरव सम्मान-2022 17. हिंदी रत्न सम्मान -2022 18. एकलव्यम् शिक्षक सम्मान -2022 19. काव्य नव ज्योति सम्मान - 2022 20. काव्य नवरत्न विभूति सम्मान - 2022 21. पद्मभूषण गोपालदास नीरज सम्मान -2023 22. रानी मणिकर्णिका राष्ट्र सम्मान -2023 23. कबीर कोहिनूर अवार्ड-2023 24. काव्य प्रतिभा सम्मान -2023 25. काव्य रत्न सम्मान -2023 26. भारत भूषण सेवा रत्न अवार्ड-2023 27. देवनागरी सम्मान -2023 28. काव्य केसर सम्मान -2023 29. राष्ट्र निर्माता सम्मान -2023 30. डॉ भीमराव अम्बेडकर कीर्ति सम्मान -2023 31. 31. मातृ गौरव सम्मान -2023 32. साहित्य सारथी रत्न सम्मान -2023 Copyright©डॉ आर सी यादव/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
कल्याणी प्रतिभा हो मेरी, मधुर वर्ण-विन्यास न केवल||Copyright@डॉ दिवाकर चौधरी इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
साहित्यकार व संपादक पता-प्लॉट न. 429,मॉडल टाउन, पो.नेहरू नगर भिलाई,जिला दुर्ग CG पिन 490020. मो. 9752361865. Copyright@डॉ दीनदयाल साहू/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
जीवन-वृत्त :- नाम :डॉ. पंकजवासिनी,1986 ईस्वी से कविता एवं साहित्य की विविध विधाओं में अनवरत सृजन! जन्म: 31 अगस्त, 1973 ई.,पटना (बिहार), पिता: प्रोफेसर श्यामनंदन शास्त्री, संस्कृत, हिन्दी,मगही के मूर्धन्य विद्वान और 50 से अधिक पुस्तकों के रचयिता, माता :श्रीमती हेना रानी, शिक्षा :एम. ए. (हिंदी:पटना विश्वविद्यालय) एम. एड. , स्लेट(SLET) : मध्य प्रदेश, NET, पीएच. डी.,संप्रति कार्य: असिस्टेंट प्रोफेसर हिंदी विभाग, बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर। विगत 24 वर्षों से अध्यापन कार्य, लोकप्रिय एवं स्नेह वत्सल अध्यापिका।संरक्षक सदस्य: हिंदी साहित्य सम्मेलन- कदमकुंआ (बिहार); उपाध्यक्ष: हिंदी साहित्य सम्मेलन,सीतामढ़ी; सदस्य-"हिंदी की गूॅंज" : अंतरराष्ट्रीय पत्रिका,17 वर्ष की उम्र से ही अब तक विभिन्न प्रदेशों के सैंकड़ों राष्ट्रीय स्तर के कवि - सम्मेलनों में किया काव्य पाठ और ऑनलाइन एकल काव्य - प्रस्तुतियांँ दीं!!सम्मान :"मीराश्री" सम्मान एवं "नेशन बिल्डर अवार्ड" से सम्मानित, "साहित्य शक्ति सम्मान " "अनामिका साहित्य सम्मान", "पर्यावरण संरक्षक सम्मान" एवं "नारी रत्न सम्मान 2022 एवं 2023" से सम्मानित, "डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षक सम्मान :2021" एवं"आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी सम्मान" तथा "कोशी साहित्य शौर्य स्वर्ण सम्मान" ,"साहित्य रश्मि" सम्मान से सम्मानित! प्रकाशित रचनाएँ : एकल संकलन :1.दर्पण के सामने" (हिन्दी) 2. नवजात दिनकर भरे किलकार (भोजपुरी )साझा संकलन : 1. हम और तुम 2. एक सफ़र 3. मेरी मिट्टी, 4. काव्य वाटिका(दो भाग में ) 5. काव्य कस्तूरी 6. पूर्वोत्तर की भाषा-संपदा( गद्य). 7.लाॅकडाउन: एक अनुभव,8.साहित्यानुराग,9.जब-जब आतीं हैं आपदाएं,10. महकते अल्फाज़,11.अंतर्मन की आवाज,12.धरा से गगन तक-२एक दर्जन ई साझा संकलन!पत्र - पत्रिकाओं में सैंकड़ों कविताएँ, मुक्तक, क्षणिकाएंँ , दोहे, घनाक्षरी कवित्त एवं दर्जनों आलेख, समीक्षा, संस्मरण, लघुकथा, एकांकी, कहानी प्रकाशित!प्रकाशनाधीन : 1.कविताओं का दूसरा व तीसरा संकलन! 2.निबंधों का एक संकलन! 3.चार साझा संकलन।16 वर्ष की उम्र से ही कविता लेखन!और आकाशवाणी, पटना से उनका प्रसारण!! 950 से अधिक कविताओं की रचना !! इनमें स्नेह, सौहार्द्र, आत्मीयता एवं संवेदनशीलता तथा मानवता से लबरेज नई दुनिया की तलाश !!! Copyright@डॉ पंकजवासिनी / इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
असिस्टेंट प्रोफेसर-प्राचीन इतिहास.मऊ-उत्तर प्रदेश. Copyright@डॉ प्रदीप कुमार सिंह/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
पति-श्री पुष्पेंद कुमार,व्यवसाय -पुस्तकालयाध्यक्ष ग़ाज़ियाबाद में पिछले २५ वर्षों से पब्लिक स्कूल में कार्यरत।कृतियां-1-काव्यमंजूषा2-मातृशक्ति3-शब्दोत्सव4-अंबेडकर(जीवन संघर्ष एवं अनुभूति)4-महापुरुष5-काव्य शब्दलहर6-शब्द किलकारी(काव्यसंग्रह)7- नव कोंपले(शब्दरूप में),सम्मान-- प्राइम न्यूज़ द्वारा कलमवीर सम्मान-विक्रमशिला द्वारा विद्या वाचस्पति सम्मान-अखिल भारत हिन्दू युवा मोर्चा द्वारा सम्मान-श्रीज्योति सेवा मिशन हरिद्वार द्वारा सम्मान-आरोही संस्था दिल्ली द्वारा सम्मान-शांतिकुंज द्वारा सम्मान श्रेष्ठ अध्यापिका सम्मान- विधालय द्वारा सर्वश्रेष्ठ अध्यापिका सम्मान-विश्व हिंदी लेखिका मंच द्वारा"कल्पना चावलास्मृति पुरुस्कार-"विश्व हिन्दी रचनाकार मंच" द्वारा उत्तर प्रदेश" महिला रत्न सम्मान"- साहित्यबोध समूह द्वारा"साहित्य मार्तण्ड"सम्मान-दी ग्रामटुडे ग्रुप द्वारा"साहित्य शक्ति" सम्मान-अनेक सहित्य समूह द्वारा श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान,लेखन--अनेक समाचार पत्रों में लेख,कविताएं प्रकाशित-अनेक हिंदी पत्रिकाओं में लेख,कविताये प्रकाशित-अनेक ई-पत्र-पत्रिकाओं में लेखन प्रकाशित-अनेक साहित्यिक समूह में रचनाएं प्रकाशित,Copyright@डॉ मंजु सैनी/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
प्राचार्य (से.नि.),हिन्दी विभाग,बी.आर.ए.बिहार विश्वविद्यालय,मुजफ्फरपुर copyright@डॉ रवीन्द्र उपाध्याय इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है| इन रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है|
धारक नाम/उपनाम (लेखन हेतु): "विपुला"जन्मदिन एवं जन्म स्थान: 11 जुलाई, बीकानेर, राजस्थानशैक्षणिक योग्यता: Ph. D., M. Phil., NET, M.A. (संस्कृत-साहित्य, दर्शन) M.A. (हिंदी साहित्य) MBA in HR, MA (राजस्थानी)व्यवसाय: अतिथि प्राध्यापिका, संस्कृत विभाग, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर।प्रमुख लेखन विधा: छंद मुक्त, दोहा, मुक्तक, हायकू, वर्णपिरामिड, क्षणिका, संस्मरण, लघुकथा,कहानी, निबन्ध, आलेख आदि।साहित्यिक उपलब्धियाँ/पुरस्कार/सम्मान: विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में कविताएँ/रचनाएँ निरन्तर प्रकाशित होती रहती हैं। आकाशवाणी में एंकरिंग एवं विभन्न साहित्यिक मंचों से कविता, लघुकथा आदि रचना पाठ प्रसारित। NGO से जुड़ी । समय-समय पर सामाजिक उत्थान के कार्यों में सहभागिता। हिंदी के साथ साथ राजस्थानी भाषा में भी लेखन। "वर्णपिरामिड श्री", "सर्वश्रेष्ठ मुक्तककार",कथा शिल्पी सम्मान गर्विता मंजरी सम्मान, नारी शक्ति सम्मान,मातृशक्ति सेवा सम्मान, शब्द श्रृंगार सम्मान,देशभक्ति रत्न सम्मान, परम वीर सृजक सम्मान, काव्य रत्न सम्मान आदि आदि अनेक साहित्यिक सम्मान प्राप्त ।रुचि/शौक़: संगीत, अध्ययन, लेखन, प्राकृतिक स्थलों का भ्रमण, कुकिंग आदि ।12 वीं बोर्ड की योग्यता सूची में 7वाँ स्थान। मेडल एवं मैरिट छत्रवृति प्राप्त, बी. ए. में राष्ट्रीय छत्रवृत्ति प्राप्त। NSS में प्री. आर. डी. एवं राष्ट्रीय एकात्मकता शिविर में राजस्थान का प्रतिनिधित्व। वाद-विवाद, आशु भाषण, निबन्ध एवं कविता आदि में छात्र जीवन में अनेक पुरस्कार प्राप्त। महाविद्यालय शिक्षिका के रूप में केरियर की शुरुआत। अनेक राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सेमिनार एवं वेबिनार में सहभागिता एवं पत्र वाचन, शोध पत्र प्रकाशन। पुस्तक प्रकाशन-1) "रूपगोस्वामी एवं उनकी नाट्यकला" 2) मुस्कानों के झरने (कविता संग्रह) 3) "अंतस् के तीर" ( काव्य संग्रह *राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर के सौजन्य से 2022 में प्रकाशित) 4)साझा कविता संग्रह - शुभमस्तु 5) साझा कविता संग्रह- खुला आसमान 6) साझा काव्य संग्रह - भारत के इक्कीस परम वीर 7) साझा आलेख संकलन- महिला साहित्यकारों की समस्याएं 8) साझा यात्रा संस्मरण संग्रह- देख लो जग सारा 9) साझा लघुकथा संग्रह - मेरी चुनिंदा लघुकथाएं 10) साझा कविता संग्रह- अपराजिता। 11) साझा संग्रह राजस्थानी में- लुगाई नै कुण गाई। 12) राजस्थानी प्रेम कविताओं का हिंदी अनुवाद संग्रह- राजस्थानी प्रेम कविताएँ। 13) राजस्थली- राजस्थानी महिला लेखन विशेषांक महिलाओं को समर्पित अंक - में रचनाएं। 14) साझा संग्रह प्रकृति की पुकार-सूरज सिंह नेगी एवं मीना सिरोला द्वारा सम्पादित पुस्तक में मेरे पत्र को चयनित कर प्रकाशित किया गया। 15) साझा संग्रह एक पाती मीत को-सूरज सिंह नेगी एवं मीना सिरोला द्वारा सम्पादित पुस्तक में मेरे द्वारा लिखे गए पत्र को भी चयनित कर प्रकाशित किया गया। 16) साझा संग्रह "म्हारी मायड़"–डॉ. मीनाक्षी बोराणा जी द्वारा संपादित मां पर केंद्रित राजस्थानी गद्य–पद्य संग्रह 17) साझा संग्रह "भारत के भारत रत्न" राजीव पाण्डेय द्वारा संपादित ओंकार त्रिपाठी द्वारा संकलित काव्य संग्रह। वर्तमान पता एवं सम्पर्क सूत्र - सेक्टर - 4, उदयपुर, राजस्थान। Copyright@डॉ. अनिता जैन "विपुला"/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
जन्म : शुक्रवार, 10 जुलाई, 1987 (ग्राम : कार्ला (खुर्द), तहसील : बिलोली, जिला : नांदेड, राज्य : महाराष्ट्र)शिक्षा : स्वामी रामानंद तीर्थ मराठवाडा विश्वविद्यालय, नांदेड (महाराष्ट्र) से हिन्दी, इतिहास एवं अर्थशास्त्र में बी.ए. ; हैदराबाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय, हैदराबाद (तेलंगाना) से हिन्दी में एम.ए., एम.फिल.; अंग्रेजी एवं विदेशी भाषा विश्वविद्यालय, हैदराबाद (तेलंगाना) से ‘हिंदी और मराठी काव्यशास्त्र में रस सिद्धांत’ शोध विषय पर पीएच.डी.; हैदराबाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय, दूरस्थ शिक्षा एवं आभासी अधिगम केन्द्र, हैदराबाद (तेलंगाना) से हिन्दी अनुवाद अध्ययन में स्नातकोत्तर प्रमाणपत्र; यूजीसी-नेट (जून-2012); सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय – सेट (दिसंबर-2013) ।कार्यानुभव : आईकोनमा प्राईवेट लिमिटेड, हैदराबाद (तेलंगाना) में 26 अगस्त, 2015 से 31 अक्तूबर, 2016 तक विषय-वस्तु सह हिन्दी अनुवादक । बेंगलोर विश्वविद्यालय, ज्ञान भारती कैंपस, बेंगलोर (कर्नाटक) में 05 मार्च, 2018 से 09 फरवरी, 2019 तक अतिथि प्राध्यापक । संत जोसफ़स् महाविद्यालय (स्वायत्त), बेंगलोर (कर्नाटक) में 05 दिसंबर, 2018 से 09 फरवरी, 2019 तक अतिथि प्राध्यापक । तमिलनाडु केन्द्रीय विश्वविद्यालय, तिरुवारूर (तमिलनाडु) में 11 फरवरी, 2019 से 14 मई, 2019 तक सहायक प्रोफेसर (संविदा) । तमिलनाडु केन्द्रीय विश्वविद्यालय, तिरुवारूर (तमिलनाडु) में 28 जून, 2019 से 26 सितम्बर, 2019 तक अतिथि प्राध्यापक । संप्रति 28 सितम्बर, 2019 से श्री राधा कृष्ण गोयनका महाविद्यालय, सीतामढ़ी (अंगीभूत इकाई बी.आर.ए. बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर, बिहार) में सहायक प्राध्यापक एवं स्नातकोत्तर हिंदी विभागाध्यक्ष पद पर कार्यरत । श्री राधा कृष्ण गोयनका महाविद्यालय, सीतामढ़ी (अंगीभूत इकाई बी.आर.ए. बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर, बिहार) में 30 नवम्बर, 2019 से 26 जुलाई, 2022 तक परीक्षा नियंत्रक के रूप में कार्य किया । 05 जनवरी, 2020 से इग्नू, क्षेत्रीय केंद्र दरभंगा, अध्ययन केंद्र श्री राधा कृष्ण गोयनका महाविद्यालय, सीतामढ़ी (अंगीभूत इकाई बी.आर.ए. बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर, बिहार) में हिंदी काउंसिलर । विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं और पुस्तकों में आलेख एवं रचनाएँ प्रकाशित ।प्रकाशित ग्रंथ : रस विमर्श : आचार्य रामचंद्र शुक्ल एवं डॉ. केशव नारायण वाटवे (2016), ईशा ज्ञानदीप प्रकाशन, नई दिल्ली।Copyright@डॉ. आरले श्रीकांत लक्ष्मणराव/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
शिक्षा: विद्या वाचस्पति (Ph.D.), सम्प्रति: सहायक आचार्य (कम्प्यूटर विज्ञान), साहित्यिक लेखन विधा: कविता, लघुकथा, बाल कथा, कहानी, 11 पुस्तकें प्रकाशित, 8 संपादित पुस्तकें, 32 शोध पत्र प्रकाशित, 30 राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त, डाक का पता: 3 प 46, प्रभात नगर, सेक्टर-5, हिरण मगरी, उदयपुर (राजस्थान) – 313 002. Copyright@डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी /इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
डॉ. नीरू जैन, जयपुर से, ने थाईलैंड में ज्वैलरी डिजाइनिंग की शिक्षा पूरी करने के बाद IIS यूनिवर्सिटी, ( ICG ) जयपुर में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में कार्यरता हैं। उनकी रुचि शोध आलेखों और कविता लेखन में है, जिन्हें विभिन्न देशों और विदेशी पत्रिकाओं में प्रकाशित किया गया है। उन्होंने ज्वैलरी के क्षेत्र में "मेटल डेकोरेन टेकनीक्स" नामक एक किताब लिखी है और विभिन्न काव्य संकलनों में शामिल होकर अपनी कला को प्रस्तुत किया है। उनकी कविताओं में, जैसे कि "तेरा चेहरा जब नज़र आए" और "इक धागा प्रेम का", वह अपने पाठकों को प्रमुख काव्य संकलनों के माध्यम से सुंदर भावनाओं में भिगोने का आनंद दिलाती हैं। "इश्क़ सूफियाना" और “तेरा सजदा” जैसे साझा काव्य संकलन में, वह नए और पुराने कवियों और शायरों की भावनाओं को मिलाकर एक अद्वितीय साहित्यिक अनुभव प्रदान करती हैं। उनकी पांचवी किताब "इश्क़िया चाय" एक प्यार भरी यात्रा का अद्वितीय वर्णन है, जो चाय के साथ मिली मुलाकातों की यादों को ताजगी से भर देती है। उनकी "अदृश्य पथगामी" संकलन में, हर पंक्ति एक अद्वितीय आत्मीय प्रेम का चित्रण करती है, भावनाओं की गहराईयों को छूने वाले शब्दों से भरा हुआ है। यह काव्य उनके विचारों, प्रेम, और जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को सुंदरता से प्रस्तुत करता है।कविताएं सीधी भाषा में हैं और प्रेम, भावनाएं, और जीवन के महत्वपूर्ण विचारों को सुंदरता से प्रस्तुत करती हैं। इनकी रचनाएं 40 से अधिक साझा किताबों में प्रकाशित हो चुकी हैं और कवि सम्मेलनों में उन्हें सम्मान और प्रशंसा से सम्मानित किया गया है।/© डॉ. नीरू जैन
जन्मतिथि:- 01.06.1959, जन्मस्थान:- मुजफ्फरपुर, बिहार, शिक्षा:- एम.ए.(हिन्दी), पीएच.डी., वर्तमान में कार्य:- प्रोफेसर एवं अध्यक्ष, हिन्दी विभाग, एम.पी.एस.साइंस कॉलेज, बी.आर.ए.बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर । वर्तमान पता- जनकपुरी लेन नं. 1, श्याम नंदन सहाय कॉलेज के पास, पोस्ट -आर.के.आश्रम,भाया-रमना,बेला, मुजफ्फरपुर, बिहार 842002. रुचि साहित्य की विभिन्न विधाओं में लेखन और प्रकाशन, उपलब्धियां:- देश भर की प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिकाओं में कविताएँ और समीक्षाएँ प्रकाशित, आकाशवाणी और दूरदर्शन की साहित्यिक परिचर्चाओं में सहभागिता । दूरदर्शन के शताधिक वृत्तचित्रों में स्क्रिप्ट लेखन और पार्श्व स्वर, प्रकाशित पुस्तकें - 1.प्रश्नवाचक होने से पहले (कविता पुस्तक) प्रकाशन संस्थान, दिल्ली 1991 2.हिन्दी नाटकों में रंग निर्देश 3.लोकगीतों में पर्यावरण चिंतन 4.भारतीय लोकनाट्य : परम्परा एवं प्रयोग । Copyright@डॉ. शेखर शंकर मिश्र/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
जीवन परिचय -डॉ. अशोक कुमार जाटव,जन्म-तिथि : 22जून1967,जन्म-स्थान : उज्जैन,शिक्षा : एम.ए(हिंदी साहित्य,सँस्कृत साहित्य,अंग्रेजी साहित्य,समाज शास्त्र,राजनीति शास्त्र,शिक्षा शास्त्र,इतिहास) बी.एड,एल-एल.बी,पी.एच डी, साहित्य- रत्न, मानस-रत्न,गीता -वाचस्पति,सम्प्रति : शासकीय विद्यालय में व्याख्याता,प्रकाशित कृतियाँ : कई पत्र पत्रिकाओं में कविता,लघुकथा, कहानी,हाइकू आदि प्रकाशित,सम्मान व पुरस्कार : कई साहित्यक सम्मान, उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान से सम्मानित, सामाजिक संस्थाओं से सम्मानित, कई मानद उपाधियो से सम्मानित,पत्राचार सम्पूर्ण : ए-110,सुविध विहार कालोनी,एयरपोर्ट रोड,भोपाल-462036(मध्यप्रदेश)./ © डॉ.अशोक जाटव राही
सहायक प्राध्यापक-दर्शनशास्त्र, श्री राधाकृष्ण गोयनका महाविद्यालय सीतामढ़ी, बिहार. स्थाई पता: ग्राम+पो०-भौराकलाँ,जनपद-मुज़फ्फरनगर,उत्तर प्रदेश,पिन कोड-251319./ ©डॉ० गुलाब सिंह
सहायक प्राध्यापिका (अतिथि), इतिहास विभाग, श्री राधाकृष्ण गोयनका महाविद्यालय सीतामढ़ी, बिहार./©तुलसी कुमारी
त्रिभुवनेश भारद्वाज रतलाम मप्र के मूल निवासी आध्यात्मिक और साहित्यिक विषयों में निरन्तर लेखन।स्तरीय काव्य में अभिरुचि।जिंदगी इधर है शीर्षक से अब तक 5000 कॉलम डिजिटल प्लेट फॉर्म के लिए लिखे।
मुकाम पिपरिया कला, तहसील केवलारी, जिला सिवनी, मध्यप्रदेश, पिन 480991. Copyright@देवेन्द्र डहेरिया देशज/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
देवेन्द्र नारायण दास, बसना, छत्तीसगढ़ 493554, मो. 6266278791 Copyright@देवेन्द्र नारायण दास/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
पिता - श्री नरेश कुमार, पता-ग्राम धीरपुर, डाक खाना- खानपुर कोलिया , तहसील-थानेसर, जिला -कुरुक्षेत्र, pin-136131, राज्य-हरियाणा, जन्म तिथि 05,04,1986, शिक्षा - विशारद,शास्त्री M A ( हिंदी)M.ed, व्यवसाय-शिक्षक. प्रकाशन-2 कविताएं k b writer की मधुर बेला पुस्तक में, लेखन के क्षेत्र में सम्मान - राजभाषा सम्मान 2020, साहित्य सागर सम्मान 2022,Copyright@नरेंद्र शास्त्री / इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
पिता : श्री गंगानाथ झा, वर्तमान पता : सारनाथ | Copyright@नवीन आशा/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
जिला गया( बिहार) 824205. Copyright@नवेंदु कुमार वर्मा/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
पिता- श्री राधे श्याम, माता- श्रीमती सरोज देवी, जन्म तिथि- 01.09.1986, जन्म स्थान- हापुड. , जिला- हापुड. उत्तर प्रदेश, धर्म- हिन्दू, उपजाति- गोस्वामी, पता- 2535, गोस्वामी निवास, गांधी विहार कॉलोनी, रेलवे स्टेशन के पास हापुड, जिला- हापुड, पिन- 245101, उत्तरप्रदेश , भारत, शैक्षिक योग्यताएँ- हाई स्कूल- द्वितीय श्रेणी उत्तीर्ण, 2003- उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, इलाहाबाद इंटरमीडिए- द्वितीय श्रेणी उत्तीर्ण,2005- उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, इलाहाबाद बी.ए.- प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण,2008- चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ बी.एड.- प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण , 2009- चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ एम.ए.-(हिंदी) प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण , 2011 चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ एम.ए.-( अंग्रेजी) प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण, 2014 शोभित विश्वविद्यालय, मेरठ बी.ए अंग्रेजी- द्वितीय श्रेणी उत्तीर्ण, 2018 अन्नामलाई विश्वविद्यालय, तमिलनाडु एम. ए.- (पत्रकारिता एवं जनसंचार ) प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण, 2019- महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा, महाराष्ट्र प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, प्रथम श्रेणी, 2020- अन्नामलाई विश्वविद्यालय, तमिलनाडू राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट)- उत्तीर्ण दिसम्बर 2010, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नयी दिल्ली राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट)- उत्तीर्ण दिसम्बर 2011 विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नयी दिल्ली केन्द्रीय अध्यापक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण , जुलाई 2018, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, नयी दिल्ली उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण, नवम्बर 2018, माध्यमिक शिक्षा परिषद, इलाहाबाद एम. फिल.(हिंदी)- प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण 2012 (डॉ. कृष्ण बिहारी मिश्र के ललित निबन्धों में मूल्यबोध- शोध निर्देशक- डॉ. नवीन चन्द्र लोहनी, प्रोफेसर एवं अध्यक्ष, हिंदी विभाग - चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ-) अनुवाद में स्नाताकोत्तर डिप्लोमा , प्रथम श्रेणी, 2014- उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय, इलाहाबाद अंग्रेजी टाइपिंग छ: माह कोर्स ( 45 शब्द प्रति मिनट) , मीनू टाइप सैंटर, हापुड पत्रकारिता एवं जनसंचार में स्नातकोत्तर डिप्लोमा , प्रथम श्रेणी, 2015 महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा, महाराष्ट्र प्राकृत भाषा में डिप्लोमा, प्रथम श्रेणी, 2018, वर्धमान महावीर मुक्त विश्वविद्यालय, कोटा, राजस्थान निर्देशन एवं परामर्श में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, प्रथम श्रेणी, 2018, वर्धमान महावीर मुक्त विश्वविद्यालय, कोटा, राजस्थान प्रशिक्षण- स्काउट सन 1998 से रोवर लीडर बेसिक 2011 कब मास्टर बेसिक 2015 स्काउट मास्टर बेसिक 2009 स्काउट मास्टर एडवांस 2015 एडवेंचर लीडर कोर्स बेसिक 2015 एडवेंचर लीडर कोर्स एडवांस 2016 स्काउट मास्टर हिमालय वुड बैज 2017 नवोदय विद्यालय समिति, लखनऊ संभाग में 2016 से 2019 तक जिला संगठन आयुक्त एवं प्रशिक्षक के रूप में भारत स्काउटस एवं गाइडस की सेवा प्रदान की। स्पेशल इंट्रोडक्टरी ( परिचयात्मक) कोर्स बी.एड, भारत स्काउटस एवं गाइडस – दिनांक- 18.08.2009 से 22.08.2009 तक प्रथम सोपान- भारत स्काउटस एवं गाइडस, दिनांक- 22.7.2003 से 24.7.2003 तक प्रतियोगिता- भारत स्काउटस एवं गाइडस, दिनांक- 30.10.2001 भारतीय ज्ञान परीक्षा- कांग्रेस सेवा दल, हापुड – 2003 प्रतिभागिता- नेताजी जयंती समारोह समिति, हापुड, 2000 हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन केंद्र पर जलसेवा- श्री शांति स्वरूप कृषि इण्टर कॉलेज, हापुड- वर्ष- 2005 एवं 2006 हापुड जंक्शन रेलवे स्टेशन पर भारत स्काउटस एवं गाइडस के तत्वावधान में की गई जल सेवा का विवरण- 1. दिनांक 10.06.2000 से 15.06.2000 तक 2. दिनांक 13.06.2001 से 16.06.2001 तक 3. दिनांक 18.06.2002 से 25.06.2002 तक 4. दिनांक 11.06.2004 से 15.06.2004 तक 5. दिनांक 20.06.2005 से 25.06.2005 तक 6. दिनांक 21.06.2006 से 25.06.2006 तक 7. दिनांक 14.06.2007 से 16.06.2007 तक 8. दिनांक 11.06.2008 से 15.06.2008 तक 9. दिनांक 22.06.2009 से 25.06.2009 तक 10. दिनांक 01.05.2010 से 30.06.2010 तक 11. दिनांक 17.05.2011 से 20.05.2011 तक शोधरत- राष्ट्रीय शिक्षा नीति २०२० राजभाषा हिंदी की संभावनाएँ (शोध निर्देशक- डॉ. नवीन चन्द्र लोहानी प्रोफेसर एवं अध्यक्ष, हिंदी विभाग, चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय , मेरठ )प्रकाशन- 1.‘डॉ. कृष्ण बिहारी मिश्र व्यक्तित्व और कृतित्व’- वार्षिक जर्नल- ‘परिवर्तन’ (ISSN- 23489898), अप्रैल-2014 2.`डॉ. कृष्णबिहारी मिश्र के ललित निबंधों में राजनैतिक मूल्य’- त्रैमासिक –भारत पत्रिका (ISSN-2277-5471), नवंबर- दिसंबर 2015 3.`डॉ. कृष्णबिहारी मिश्र के ललित निबंधों में सामाजिक मूल्य’- वार्षिक जर्नल’- ‘परिवर्तन’ (ISSN- 23489898), अप्रैल-2015 4. `सूचना प्रौद्योगिकी और हिंदी’ – त्रैमासिक अंतर्राष्ट्रीय शोध जर्नल- शोध ऋतु पत्रिका – ( ISSN NO.2454-6283) अप्रैल- जून 2016 5. किन्नरों की दशा के सुधार में सरकार की भूमिका- त्रैमासिक अंतर्राष्ट्रीय शोध जर्नल- बोहल शोध मंजूषा- साहित्य, समाज और किन्नर विशेषांक – इम्पैक्ट फैक्टर- 3.811- ISSN NO. 2395-7115 6. नवजागरण और हिंदी साहित्य- त्रैमासिक अंतर्राष्ट्रीय शोध जर्नल- बोहल शोध मंजूषा- अप्रैल-जून 2019 - इम्पैक्ट फैक्टर- 3.811 - ISSN NO. 2395-7115 7. हिंदी- अनुसंधान का इतिहास- त्रैमासिक अंतर्राष्ट्रीय शोध जर्नल- बोहल शोध मंजूषा- अप्रैल, 2020 शोध विशेषांक - इम्पैक्ट फैक्टर- 3.811 - ISSN NO. 2395-7115 8. रंगमंचीय शिल्प- त्रैमासिक पत्रिका- परिवर्तन – वर्ष 5, अंक- 18 , अप्रैल-जून, 2020, ISSN NO.- 2455-5169 9. पत्रकारिता का संक्षिप्त इतिहास- त्रैमासिक अंतर्राष्ट्रीय शोध जर्नल- बोहल शोध मंजूषा- अगस्त , 2020 पत्रकारिता विशेषांक - इम्पैक्ट फैक्टर- 3.811 - ISSN NO. 2395-7115 10. अनुवाद के क्षेत्र में मुगलकालीन मुस्लिम साहित्यकारों का योगदान- त्रैमासिक अंतर्राष्ट्रीय शोध जर्नल- बोहल शोध मंजूषा- 2020 हिंदी साहित्य को मुस्लिम साहित्यकारों का योगदान विशेषांक - इम्पैक्ट फैक्टर- 3.811 - ISSN NO. 2395-7115 राष्ट्रीय सेवा योजना- विशेष शिविर ( 10 दिवसीय) प्रथम 21.12.2006 से 30.12.200 तक द्वितीय 20.12.2007 से 29.12.2007 तक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में सहभागिता- विश्व संदर्भ में हिंदी भाषा के प्रकार्यगत पक्ष का मूल्यांकन में नारी एवं दलित विमर्श पर शोध शोध पत्र प्रस्तुत किया। - प्रेरणा साहित्य समिति, हापुड , पंचशील नगर, - दिनांक- 14 जनवरी, 2012 सामाजिक समरसता के निर्माण में साहित्य की भूमिका - प्रेरणा साहित्य समिति, हापुड , पंचशील नगर, दिनांक- 15.02.2009 विष्णु प्रभाकर : कथा साहित्य – राष्ट्रीय संगोष्ठी – महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक दिनांक- 26 नवम्बर, 2011 वाद- विवाद प्रतियोगिता में साहभागिता- चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ- दिनांक 21-23 दिसम्बर, 2011 सामाजिक विकास में शोध कार्यों का योगदान – अखिल भारतीय विचार संगोष्ठी , शोध परिषद, हापुड – दिनांक- 9.11.2008 Mid Day Meal – NKBR College of Professional Studies, Meerut – Dated- 03.11.2011 Orientation Training Program on Child Mental Health for Teaching of Navodaya Vidyalaya – NIPCCID – Lucknow- Dated- 17-19 April, 2017 National Conference on Assessment Practice in Schools- RIE, NCERT, Mysore Dated- 15-17 May, 2013 Participated in – Skilling & Knowledge Initiative for Lifelong Leadership Development , By The Global Education & Leadership Foundation. हिंदी भाषा; स्वत्व, विनिमय ओर प्रतिरोध- Department of Hindi, Cochin University of Science and Technology, Three days UGC International Seminar - Dated- 15- 17 December, 2015 शमशेर बहादुर सिंह एवं उनकी रचनाधर्मिता- हिंदी विभाग- चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ दिनांक- 3 जनवरी,2012पूर्व अतिथि अध्यापक एनसीटी. दिल्ली। पूर्वसंपादक- ‘प्रवाल’ विद्यालय स्तरीय पत्रिका पूर्वसंयोजक- राजभाषा कार्यांवयन समिति, जवाहर नवोदय विद्यालय, मिनिकॉय, लक्षद्वीप - 682559 पूर्वप्रशिक्षित स्नातक अध्यापक हिंदी , जवाहर नवोदय विद्यालय, मिनिकॉय, लक्षद्वीप -682559 संप्रति:- हिंदी अधिकारी , जनसंपर्क अधिकारी (अतिरिक्त प्रभार) , मुम्बई पत्तन न्यास, मुम्बई – 400001Copyright@पवन गोस्वामी/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
पिता:-राकेश कुमार जोशी,माता:- संध्या जोशी,व्यवसाय:- अध्यापक,रुचि:- लेखन,अध्यन, भजन गायन ।कविता विषय: देशभक्ति, पौराणिक, वैदिक, धार्मिक व समसामयिक।पता :-गाँव देवला तहसील आसपुर जिला डूंगरपुर राजस्थान।पिनकोड:-314034Copyright@पीयूष जोशी सिंहनाद/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
कोलकाता, पश्चिम बंगाल Copyright@पूनम गुप्ता/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
जगन्नाथ पूरी, ओड़िशा, Copyright@पूनम गूँजा/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
प्रतिभा दुबे 'आश्वी' जन्म - 03/10/1992 जन्म स्थान - रीवा पिता नाम -श्री बी. डी. दुबे माता नाम - श्रीमती अनुराधा दुबे शिक्षा - ए0म0 (हिन्दी साहित्य), बी0एड0 व्यवसाय - शोधार्थी (अ 0 प्र0 सि0 वि0 वि0 रीवा (एम0पी0)/ ©प्रतिभा दुबे (अश्वी)
जीवन परिचयप्रतीक कटियार , कानपुर नगर उत्तरप्रदेश , पेशा बैंकर, रूचि लेखन,गत पांच वर्षों से लेखन में सक्रियता , कई रचनाएं व कहानियाँ समाचार पत्रों मे प्रकाशित तथा राजकीय साहित्य रत्न सम्मान से एवं अनेकों सम्मान पत्रों, पदकों एवं ट्रॉफीज से सम्मानित, अनेकों साझा संकलनो मे प्रतिभागिता व संचालन एवं गैर सरकारी संगठन (NGO) "मानव संघ सेवा समिति" के संस्थापक भी हैँ। ©प्रतीक कटियार
स्नातकोत्तर(हिन्दी) सम्प्रति- शिक्षक (हिन्दी) के रूप में सीतामढ़ी,बिहार में कार्यरत|Copyright@प्रभात रंजन चौधरी इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
जयपुर, राजस्थान, व्यवसाय-वकालत.Copyright@प्रियंका सिंह/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
Copyright@बजरंगी लाल / इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
मन्तशा "आरजू" बांदा, यूपी, Owner :- Dreams Of Life Foundation Copyright@मन्तशा (शायरा)/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
शिक्षक सह साहित्यकार, सिवान, बिहार. ©मुकेश कुमार दुबे 'दुर्लभ'
Copyright@मुकेश शर्मा 'ओम' /इनकी रचनाओं का ज्ञानविविधा पर संकलन साहित्यिक/शैक्षिक उद्देश्य से किया गया है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
ये न पूछ कौन हूँ क्या हूँ मैं, ये समझ कि जो हूँ कमाल हूँ।नाम:- मेहदी हुसैन ख़ालिस,माता-पिता - फ़क़ीर मोहम्मद, नसीम बानो,जन्म तिथि :- 03/08/1995,जन्म स्थान:- डभोई, गुजरात,शिक्षा:- कैमिकल एन्जीनियरिंग से ग्रेजुएट,वर्तमान कार्यक्षेत्र:- फ़ैमिली बिज़नेस और साथ ही कम्पीटिटिव एग्ज़ाम्स की तैयारी,वर्तमान पता:- डभोई, गुजरात- 391110,Copyright@मेहदी हुसैन ख़ालिस/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
८६,लक्ष्मी नगर ब्रह्मपुरी बाहर जयपुर -३०२०००२. Copyright@यशवंत कोठारी/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
रंजीत गुप्ता "राही" कवि, शायर,ज्ञानार्थी, शिक्षक। प्रतापगढ़,उत्तर प्रदेश। फोन-9170493847 Copyright@रंजीत गुप्ता "राही"/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
पिता - स्वर्गीय श्यामसुंदर सोनी, माता - कलावती देवी, जन्म स्थान- नवलगढ़, जिला-झुंझुनू ,राजस्थान, मोबाइल नंबर- 94600 64419, लेखन व सृजन विधा वीर रस, देश भक्ति गीत, दोहा, छंद, मुक्तक, साहित्यिक संस्थाओं में भागीदारी, राष्ट्रीय साहित्यिक मंच कुछ बात कुछ जज्बात मंच, राष्ट्रीय सचिव,राष्ट्रीय साहित्यिक मंच शब्दाक्षर, जिला अध्यक्ष झुंझुनू,हिंद देश परिवार दिल्ली इकाई, उपाध्यक्ष, लोक संस्कृति मंच दिल्ली, झुंझुनू जिला महामंत्री,विशिष्ट सम्मान व पुरस्कार- आनंद कला मंच एवं शोध संस्थान भिवानी काव्य रचना सम्मान, साहित्य संगम संस्थान राजस्थान से काव्य सुधांशु सम्मान, मातृका विवेक साहित्य मंच द्वारा काव्य शिरोमणि सम्मान, साहित्यिक मित्र मंडल जबलपुर से कलम योद्धा सम्मान, वाह वाह क्या बात है मंच से काव्य गौरव सम्मान,साझा संकलन- संदर्श शिखा नवलगढ़, ईश्वर का अनुपम उपहार बेटियां प्राज्ञ साहित्य, अभिव्यक्ति, काव्य के मोती, हौसला काव्य संग्रह, साहित्य रचना ई पत्रिका, काव्य सागर ई पत्रिका, ढुंढाणी बातें ई पत्रिका, का्व्य सरिता ई पत्रिका, शांति दूत, दृष्टि एक काव्य बेला, शौर्य प्रकाश, अभिव्यक्ति, नवधा भक्ति,संस्कार अंतर्राष्ट्रीय न्यूज़ व दिव्य दर्शन भारती से प्रकाशित साझा संकलन,समाचार पत्रों व पत्रिकाएं-दैनिक नवज्योति, दैनिक अंबर , जन सोनी, भोर की किरण, मैड़ महिलादीप, करंट ज्वाला,आकाशवाणी जयपुर से राजस्थानी भाषा में प्रसारण 2 जूलाई 2021 व 19 मई 2022,ई-बुक बुलंद हौसले अभिव्यक्ति प्रकाशन, काव्य संकलन "काव्य के स्वर्णिम अक्षर" शीघ्र ही विमोचन, जांगिड़ अस्पताल नवलगढ़ में प्रशासनिक अधिकारी के पद पर कार्यरत,Copyright@रमाकांत सोनी/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
जन्म तिथि-11.11.1966, सम्प्रति-व्याख्याता, पता-एल आई जी 24 कबीर नगर,फेज 2, रायपुर छत्तीसगढ़, पिन-492099, लेखन विधा-कविता, हाइकु, ताँका, सेदोका, कहानी, समीक्षा, आलेख। विविध राष्ट्रीय पत्र -पत्रिकाओं में कई सौ रचनाएँ प्रकाशित। प्रकाशित पुस्तकें - 1 रोली अक्षत- 2004 छत्तीसगढ़ का प्रथम हिंदी हाइकु संग्रह वैभव प्रकाशन-रायपुर 2 पेड़ बुलाते मेघ-2018 हिंदी हाइकु संग्रह सर्वप्रिय प्रकाशन-दिल्ली सर्वाधिक चर्चित एवं समीक्षित संग्रह। 3 हरियर मड़वा-2019 विश्व का प्रथम छत्तीसगढ़ी ताँका संग्रह वैभव प्रकाशन रायपुर 4 झूला झूले फुलवा-2020 विश्व का प्रथम हिंदी ताँका संग्रह इ पुस्तक अक्षरलीला प्रकाशन रायपुर किंडल अमेज़न पर 5 गुरतुर मया-2021 छत्तीसगढ़ी का सर्वाधिक चर्चित हाइकु संग्रह श्वेतांशु प्रकाशन-दिल्ली, पुरस्कार/सम्मान- राज्यपाल पुरस्कृत व्याख्याता एवं साहित्यकार, विविध क्षेत्रों में कई दर्ज़न राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के सम्मान प्राप्त |
सहायक अध्यापक, विद्यालय :- पूर्व मा. विद्यालय बछैपुरा, जलेसर, जनपद-एटा, पत्राचार का पता-E 4/429 शहीद नगर, शमसाबाद रोड राजपुर चुंगी साई बाबा मंदिर के पास, 282001, प्रकाशित कृतियां : 1.एक कदम और,2. गतिविधि आधारित शिक्षण,3. खेल खेल में बने निपुण, 4. क्रियात्मक शोध,5. बारिशों की रिमझिम,6. भावों का इंद्रधनुष,7. अवध के राम,8. अधरो में ठहरे, अनसुने अल्फाज,9. खामोशियों का शोर,10. झूठी मुस्कराहट,11. तन्हाइयों से दोस्ती,12. भावों का इंद्रधनुष,13. मानव या दानव,14. Before rain. प्राप्त सम्मान:- 1. इंटरनेशनल एजुकेशन अवार्ड 2023,(गलगोटिया यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश), 2.शिक्षक श्री सम्मान, ( राज्यपाल केरल द्वारा) 2024, 3. एडुलीडर्स सम्मान 2021, 4. प्रदेश गौरव सम्मान 2023, 5.शिक्षा रत्न सम्मान 2022, 6.शब्द शिल्पी सम्मान2024, 7.साहित्य सेवा सम्मान 2024, 8.राष्ट्रीय बालिका शिक्षा पुरस्कार 2024, (सूर्य क्रांति फाऊंडेशन नोएडा उत्तर प्रदेश), 9. प्रदेश नवाचारी शिक्षक सम्मान 2023, (शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश), 10. जिला स्तरीय आईसीटी अवार्ड( डायट एटा), 11.ज्ञान रत्न सम्मान 2024 , ( नव प्रज्ञा काव्य फाउंडेशन उत्तर प्रदेश)./ © राकेश कुमार कुशवाह
पिता- श्री नारायण प्रसाद, माता- श्रीमती भूरी बाई,जन्म तिथि -- 18/06/1978, शिक्षा -- एमएससी, एमए, सीआईजी (इग्नू),अभिरुचि - साहित्य लेखन एवं समाज सेवा। समसामयिक विषयों पर सतत् लेखन व विभिन्न समाचार पत्रों में नियमित प्रकाशन। समाज सेवा के लिए समर्पित जीवन। रक्तदान, नेत्रदान, देहदान के लिए संकल्पित।पुरस्कार, सम्मान -- भारतीय दलित साहित्य अकादमी धमतरी छत्तीसगढ़ द्वारा 'डॉ. अंबेडकर समता अवार्ड 2015', छत्तीसगढ़ स्वाभिमान संस्थान रायपुर, छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा प्रकोष्ठ छत्तीसगढ़ एवं सोच विचार मिडिया रायपुर की ओर से 'पर्यावरण मित्र सम्मान 2021', वक्ता मंच रायपुर द्वारा 'वागीश्वरी सम्मान 2021' से सम्मानित। विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं एवं मंचों से सम्मानित।संप्रति -- व्याख्याता (शासकीय हाईस्कूल चंद्रशेखरपुर) संरक्षक, प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज संगठन खरसिया जिला रायगढ़ छग. प्रदेश प्रवक्ता, शहीद भगत सिंह ब्रिगेड, छत्तीसगढ़ उपाध्यक्ष, काव्य कलश कला एवं साहित्य मंच खरसिया.पता -- फ्रेंड्स कालोनी तेलीकोट, तहसील खरसिया, जिला रायगढ़ छग. Copyright@राकेश नारायण बंजारे/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
नाम राज शुक्ल साहित्यिक उपाधि -ग़ज़लराज मां स्व श्रीमती कमला देवी शुक्ला पिता स्व श्री राम स्वरूप शुक्ला प्रकाशन मंजुल मृणालिका साहित्य पत्रिका में ग़ज़ल एंव जीवन परिचय पत्रिका प्रभा प्रभा में ग़ज़लें ग्रथं औरया का इतिहास में ग़ज़ल और जीवनी समाचार पत्र दैनिक जागरण,अमर उजाला,आज, हिंदुस्तान ,राष्ट्रीय सवेरा दिन रात देश, धर्म ,स्थानीय में सैकड़ों रचनाएं। संस्था मंजिल ग्रुप साहित्यिक मंच दिल्ली के राष्ट्रीय रचनाकार कोश में परिचय और सम्मान सूचनाएं पत्रिका प्रेरणा अंशु में रचना में एंव सम्मान संस्था औरया हिंदी प्रोत्साहन निधि न्यास द्वारा सर्वश्रेष्ठ गजलकार सम्मान २००० विशम्भर दयाल स्मृति संस्थान द्वारा सन् २००१ सहारा इंडिया परिवार द्वारा २००२ से २०१४ तक प्रतिवर्ष सम्मानित नगरपालिका परिषद द्वारा आयोजित शरदोत्सव प्रदर्शनी में प्रतिवर्ष सम्मान अखिल भारतीय पुस्तक प्रचार समिति द्वारा २००७ में सम्मानित मुक्तक लोक द्वारा मुक्तक मंथन सम्मान २०१५ मुक्तक लोक द्वारा प्रतिक्रिया श्री सम्मान एंव मुक्तक गौरव सम्मान २०१५ युवा उत्कृष साहित्यिक मंच द्वारा सप्ताह का सर्वश्रेष्ठ रचनाकार सम्मान २०१५ दीप शिखा सम्मान ग्वालियर साहित्यिक कला परिषद मध्य प्रदेश सन् २०१६ काव्य रत्न सूरदास दास सम्मान प्रथम प्रकाशन पठानकोट पंजाब सन् २०१६ प्रतिभाशाली रचनाकार सम्मान,अमृत सम्मान,प्रेम काव्य सागर सम्मान जे एम डी पब्लिकेशन दिल्ली महाकवि जयशंकर प्रसाद स्मृति सम्मान समरपति जी प्रकाशन जालंधर पंजाब २०१६ रचना प्रतिभा सम्मान शतक और समयमान मंजिल गुर्प साहित्यिक मंच दिल्ली सन् २०१६ काव्य रत्न सम्मान कलम की सुगंध २०१८ उपनाम अलंकरण कलम की सुगंध २०१८ सर्वश्रेष्ठ रचनाकार सम्मान संगम संस्थान दिल्ली अप्रैल २०१८ काव्य सरिता परिवार द्वारा श्रेष्ट रचनाकार सम्मान२०१८ संस्था सबका मंच बरेली द्वारा सम्मानित जनवरी २०१९ रूस आप जस्टिस सोसायटी हरिद्वार विशिष्ट अतिथि सम्मान जून २०१९ समूह आगाज़ ए महफ़िल फेसबुक पर शब्द ईश्क में प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ रचनाकार के रूप में सम्मानित अगस्त२०१९ बसंत चौधरी फाउंडेशन नेपाल द्वारा छतरपुर दिल्ली में सम्मान जनवरी २०२० जिला समारोह समिति इंटर नेशनल थियेटर पेनिटेवल संस्था बरेली में शाने बरेली की उपाधि से सम्मानित क्रांतिकारी छात्र परिषद बरेली द्वारा सम्मानित फरवरी २०२० मैथिली ब्राह्मण सभा द्वारा सम्मानित फरवरी २०२० समूह हसरतें ए जिंदगी फेसबुक द्वारा सर्वश्रेष्ठ पोस्ट कर्ता के रुप में सम्मानित जून २०२० साझा संकलन जख्मी दिल के लोकार्पण समारोह में मुख्य अातिथ्य एवं सम्मान जुलाई २०२० संस्था साहित्य प्रांगण की प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ ग़ज़लकार सम्मान जुलाई २०२० संस्था ग़ज़ल मंच द्वारा नूरे ग़ज़ल का उपाधि से सम्मानित अगस्त २०२० हिंदी दिवस पर एक विद्यालय में सम्मान सितम्बर २०२० संस्था हसरते जिंदगी द्वारा सर्वश्रेष्ठ रचनाकार सम्मान अक्टूबर २०२० आल इण्डिया कल्चर एसोसियेशन द्वारा सम्मानित नवम्बर २०२०कलावती क्लोरीन साहित्यिक समित द्वारा ग़ज़ल सम्राट की उपाधि से सम्मानित जनवरी २०२१ संस्था ग़ज़लमंच द्वारा अलमबरदार- ए- ग़ज़ल की उपाधि से सम्मानित जनवरी २०२१ भारतीय कलाकार संघ द्वारा कोरोना योद्धा की उपाधि से सम्मानित जनवरी २०२१ समरस संस्थान साहित्य सृजन भारत द्वारा समरस श्री उपाधि से सम्मानित फरवरी २०२१ साहित्य गुलशन संस्था दारा सम्मानित फरवरी २०२१ समरस साहित्य संस्था द्वारा श्रेष्ठतम दोहाकार उपाधि से सम्मानित फरवरी २०२१ समरस संस्थान संस्थान साहित्य सृजन भारत द्वारा नारी विषय की प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ प्रतियोगी सम्मान मार्च 2021 कल्चरल ऐशोशियेशन दारा व्यंग श्री सम्मान मार्च 2021 सन 2022 में विभिन्न साहित्यिक संसथाओं द्वारा आॅन लाइन एवं आॅफ लाइन काव्य समारोह और प्रतियोगिताओं में श्रेष्ठ रचनाकार सर्वश्रेष्ठ रचनाकार काव्य श्रेष्ठ रचनाकार स्टार आॅफ द डे वीक मंथ एम्बैस्डर आतप द ग्रुप इत्यादि विभूतियों से 250 बार से भी अधिक बार विभूषितसंस्थापक संचालक स्मृति शेष कु रूपिका(समर) पाण्डेय महफ़िल ए गजल लगभग ४५०० सदस्य महफ़िल ए गजल साहित्य समागम वाट्स अप ग्रुप में २११ सदस्य मागसम समूह मे संयोजक एंव जीबी मंजिल ग्रुप साहित्यिक मंच भारत वर्ष में सदस्य इसके अलावा लगभग 225 समूहों में सदस्य
पता:-इंदुपुर,पोस्ट - बड़हिया,जिला -लखीसराय,बिहार,811302./ ©राजीव कुमार झा
राजीव रंजन रौशन पटना बिहार Copyright@राजीव रंजन रौशन / इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
Copyright@राजेश देशप्रेमी /इनकी रचनाओं का ज्ञानविविधा पर संकलन साहित्यिक/शैक्षिक उद्देश्य से किया गया है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
श्री राम जानकी मंदिर, पुरानी दाल मंडी केसा के सामने, केनाल रोड कानपुर,Copyright@राम सहारे मिश्र/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
Copyright@रामेश्वर प्रसाद चौधरी/इनकी रचनाओं का ज्ञानविविधा पर संकलन साहित्यिक/शैक्षिक उद्देश्य से किया गया है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
हरदोई Copyright@रोहित यदुवंशी/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
मैं वंदना श्रीवास्तवा भोपाल की निवासी हूं. मैं पेशे से फैशन डिजायनर हूं व कई समाजसेवी संस्थाओं के साथ जुड़ कर समाज सेवा का कार्य करती हूं. मझे २००से ज्यादा प्रमाणपत्र मिल चुके हैं मैं कई प्लेटफार्म पर लिखती रहती हूं. अब तक मेरी 4 एंथालाजी छप चुकी है. स्टोरीमिरर ,कलामंथन,गृहलक्ष्मी ,वनिता व अन्य कई ई पत्रिका में मेरे लेख व कवितायें छपते रहते हैं. साहित्य श्री का सम्मान साहित्य की दुनिया मंच द्वारा दिया गया है व ITIPAA में टाप 30 iconic Achiever Awardभी मिल चुका है व एक एंथालाजी को India book of record भी मिल चुका है. पता: D-58/3 ,nikhil nestles,nikhil bunglow ,hoshangabad road,jaatkhedi, bhopal ,madhya pradesh , 462024 Copyright@वंदना श्रीवास्तवा/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
जन्म:- 20 मई,1991. जन्मस्थान:-ग्राम-सादोळा,तहसील-माजलगाॅंव, जिला-बीड, महाराष्ट्र. शिक्षा:-बी.ए.,एम.ए.(हिंदी),एम.फिल.,सेट,नेट, पी.जी.डिप्लोमा,पी-एच.डी.(कार्यरत) आदि। लेखन:- चरित्रहीन,दलाल,सी.एच.बी.इंटरव्यू, लड़का ही क्यों?, अकेलापन, षड़यंत्र, शहीद...! आदि कहानियाॅं लिखी है।भाषा, विवरण,शोध दिशा,अक्षरवार्ता, गगनांचल,युवा हिन्दुस्तानी ज़बान, साहित्य यात्रा, विचार वीथी आदि पत्रिकाओं में लेख तथा संगोष्ठियों में प्रपत्र प्रस्तुति। संप्रति:- शोध कार्य में अध्ययनरत। पत्राचार पता:-हिंदी विभाग,डाॅ.बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय,औरंगाबाद - महाराष्ट्र, पिन -431004.Copyright@वाढेकर रामेश्वर महादेव/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
नाम - विनोद कुमार उपनाम - कविरंग पिता - श्री वशिष्ठ माता - श्रीमती सावित्री जन्म तिथि - 15 /03 /1973 ग्राम - पर्रोई पो0-पेड़ारी बुजुर्ग जनपद - सिद्धार्थनगर (उ0 प्र0) लेखन - कविता, निबंध, कहानी प्रकाशित - समाचार पत्रों मे (यू0 एस0 ए0के हम हिंदुस्तानी, विजय दर्पण टाइम्स मेरठ, घूँघट की बगावत, गोरखपुर, हरियाणा टाइम्स हरियाणा तमाम पेपरों मे) Copyright@विनोद कुमार 'कवि रंग' / इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
Copyright@विनोद कुमार झा इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
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पता :शॉप नंबर 6 "A" मार्किट,सेक्टर 4, भिलाई, पिन -490001. दुर्ग, छत्तीसगढ़, फ़ोन-7828112047. Copyright@विष्णु "सरहदे"/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
हिंदी मेरी जिंदगी है|Copyright@शंकर सुमन/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
लेखक, E-3 /676 सेक्टर H एल. डी . ए कॉलोनी , कानपुर रोड लखनऊ ( उ. प्र .) 226012.परिचय- पिछले दस वर्षों से कहानी, कविता, लेख और नाटक आदि लेखन। रचनाएं अहा जिंदगी, नंदन, चंपक , सरिता ,सुमन सौरभ,निरोग धाम आदि पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं। वर्तमान में उत्तर प्रदेश के लखनऊ जनपद में वरिष्ठ शिक्षक के पद पर कार्यरत। Copyright@ शरद कुमार वर्मा/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
दिल्ली Copyright@शिवशंकर लोध राजपूत/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
पिता का नाम- श्री रामनाथ शर्मा, निवास- प्रयागराज, उत्तर प्रदेश। व्यवसाय- शिक्षक, बेसिक शिक्षा परिषद मीरजापुर उत्तर प्रदेश, लेखन विधा- हिन्दी कविता, गज़ल। लोकगीत गायन आकाशवाणी प्रयागराज उत्तर प्रदेश। Copyright@शेषमणि शर्मा 'शेष'/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
पूरा नाम : शैलेन्द्र कुमार पाण्डेय उपाख्य : असीम पता : पाण्डेय निवास रोहुआ मछरगावां, कुशीनगर उत्तर प्रदेश पिन - 274149 मो. न. 7007947309 Copyright@शैलेन्द्र 'असीम'/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
265/24, सेक्टर 26, प्रताप नगर, सांगानेर, जयपुर-302033. Copyright@शोभा गोयल/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
गन्नौर शहर, सोनीपत, हरियाणा| Copyright@सचिनगोयल/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
प्रसिद्ध नाम-संजय अवधी, पिता-दिनेश चन्द्र श्रीवास्तव, लेखन विधा- गीत और कविता, प्रथम काव्य प्रस्तुति- ऑल इंडिया रेडियो, गीतकार के रूप में उपलब्धि- विश्व स्तरीय म्यूजिक कंपनी टी सीरीज के लिए गीत लेखन, प्रारंभिक लेखन- श्री महेश्वरी सेवक मासिक पत्रिका, प्रतिष्ठित समाचार-पत्रदैनिक जागरण से. विशेष उपलब्धि- रजत जयंती सम्मान अवध भारती सम्मान तथा अवधी तुलसी सम्मान 2021 अवध भारती संस्थान द्वारा प्राप्त एवं अन्य संस्थानों द्वारा सम्मानित. आने वाली प्रथम अवधी पुस्तक- 'भोली चिरैया' उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा. संस्थापक- अवध सीरीज अवधी लोककला विस्तार मंच लल्लू पुरवा,इटरौर. निर्माता निर्देशक- अवध सीरीज. उद्देश्य- विलुप्त होती अवधी संस्कृति, अवधी लोककला विरासत को ग्रामीण आयोजन के माध्यम से आगे बढ़ाना. पता-लल्लू पुरवा, इटरौर, मनकापुर, गोंडा,Copyright@संजय श्रीवास्तव अवधी/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
काँकिनाड़ा, कोलकाता, पश्चिम बंगाल. Copyright@संतोष कुमार वर्मा "कविराज"/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
नाम- संतोष सिंह "अकेला" जन्म तिथि- 01-10-1980 पिता का नाम- श्री चन्द्रिका सिंह माता का नाम- श्रीमती सुभावती सिंह शिक्षा- एम. ए., एम. जे., एल एल बी. सम्प्रति- वकालत साहित्य उपलब्धियां- तमाम समाचार पत्र तथा पत्र पत्रिकाओं में कविता और ग़ज़ल प्रकाशित । प्रकाशित पुस्तकें- 1- सदायें मेरे इश्क की (ग़ज़ल संग्रह) 2- मेरी पतवार (काव्य संग्रह) 3- जिन्दगी का सफर (ग़ज़ल संग्रह) 4- दरख्तों के पार (दोहा संग्रह ) 5- ख्यालों के पंक्षी (ग़ज़ल संग्रह)पांच साझा संग्रह में भी ग़ज़ल और कविता का प्रकाशन । स्थाई पता- ग्राम- सिलहटा मुण्डेरा पोस्ट- राजधानी जनपद - गोरखपुर 273202 वर्तमान पता -म.न. 19 इन्दिरा नगर पत्रालय- गोरखपुर विश्वविद्यालय जनपद- गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) 273009सम्पर्क - 9795201300, 8738928184 Copyright@संतोष सिंह 'अकेला'/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
साहित्यिक परिचय 1- नाम -सरिता सिंह 2- पिता का नाम : श्री मदन लाल 3- पति का नाम - डॉ राकेश कुमार 4- वर्तमान / स्थायी पता : गोरखपुर 6- जन्म तिथि -26/09/1987 7- जन्म स्थान - लखनऊ 8- शिक्षा- स्नातक, एमबीए ग्रामीण विकास, बी.एड 9- व्यवसाय- स्वास्थ्य विभाग कर्मचारी 10- प्रकाशन विवरण- 3 पुस्तको का प्रकाशन हुआ आहुति , नारी पुष्प पलाश , इदनमम साझा संग्रह एवं पुस्तकें: नारी नारायणी, सफलता सफर संघर्षों का, स्वतंत्र लेखन साहित्य रेखा, होली विशेषांक, सेना विशेषांक,होली विशेषांक, मां पत्रिका,हम पंछी एक डाल के, अनुभूति (उमेश स्वामी), लॉकडाउन एक अनुभव, भावांजलि 2 , नशा मुक्ति, प्रेरणा , संगम सवेरा ई पत्रिका , अद्विका, शब्दकार ,ग्राम टुडे, साहित्यनामा , भागीरथी वार्षिकी , मां संकलन , प्रेम संकलन ,(हमरुह् प्रकाशन) , नारी शक्ति (मनोहर प्रकाशन) 11- लेखन के क्षेत्र में प्राप्त सम्मान का विवरण- प्राप्त सम्मान : काव्य गौरव (वाह वाह क्या बात मंच मध्य प्रदेश),दीपोत्सव रत्न(कलम बोलती है), सरस्वती स्वरूप (साहित्य रेखा दिल्ली), 7 सिने सम्मान(वर्तमान अंकुर साहित्य परिवार),5 मुंशी प्रेमचंद्र सम्मान (कहानी लेखन प्रतियोगिता वर्तमान अंकुर मंच)श्रेष्ठ रचनाकार, श्रेष्ठ आलोचक,सुपर वूमेन अवार्ड 2020(fsia), उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान 2020उत्तर प्रदेश विश्व हिंदी लेखिका मंच. ज्योतिबा फुले सम्मान 2021 गोरखपुर, वूमेन विक्ट्री अवार्ड 2021 , फिराक गोरखपुरी सम्मान 2022 इलाहाबाद, साहित्य केतु सम्मान देवरिया , भागीरथी साहित्य मंच द्वारा 18 दिसंबर 2022 को प्रगल्भ पुरस्कार से सम्मानित 2022, विभिन्न आभासी मंचों से 350 से ज्यादा ई प्रमाण पत्र. Copyright@सरिता सिंह/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
Copyright@सलोनी उपाध्याय/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
पता- जगदीश निवास, 1-नं. कालोनी, दुर्गा स्थान,कटिहार ,बिहारCopyright@सिद्धार्थ शंकर/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
नाम-सुधीर सौरभ, उपनाम-भगत जी कलम वाले, शिवहर, बिहार, Copyright@सुधीर सौरभ (भगत जी कलम वाले)/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
जीवन परिचय:- कवि सुरेश सचान पटेल का जन्म उत्तर प्रदेश के जिला कानपुर देहात के पनियाॅ॑मऊ नामक ग्राम में 01 जून 1967 को हुआ था। इनके पिता का नाम श्री बेटा लाल सचान और माता श्रीमती रामकुमारी सचान है इनकी प्रारंभिक शिक्षा गाॅ॑व के ही प्राइमरी स्कूल में हुई थी। बाद में नर्सिंग विज्ञान में स्नातक करने के उपरांत देश तथा लोगों की सेवा में लग गए। कविताएँ लिखने का शौक तो इन्हे बचपन से ही था।स्कूल समय में ही इनकी कविताएँ स्कूल की पत्रिकाओं में छपा करती थीं। वर्तमान में इनकी कई कविताएॅ॑ विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में छप चुकी हैं,तथा 10 साझा काव्य संग्रह भी प्रकाशित हो चुके हैं।दो काव्य संग्रह छपने हेतु तैयार हैं। Copyright@सुरेश सचान पटेल/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
नारनौल (हरियाणा), Copyright@सुशील यादव "साँझ"/इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |