
बीतती खुशियों में जिंदगी है मेरी
शाम के जश्न का हाल पूछो ना अबमुस्कुराती हुई हर सुबह है मेरीदिन तो रोशन हुआ शाम हर सुरमईबीतती खुशियों में जिंदगी है मेरीप्रेम में

शाम के जश्न का हाल पूछो ना अबमुस्कुराती हुई हर सुबह है मेरीदिन तो रोशन हुआ शाम हर सुरमईबीतती खुशियों में जिंदगी है मेरीप्रेम में

मोड़ पर हम तुम्हारे तू मेरे खड़ेएक कदम तुम बढे एक कदम हम बढेपर न जाने ये दिल फिर से क्या कह गयाये कदम थे

आसमा पर इंद्रधनुषी नाव अब चलने लगीखो ना जाए आसमां में सोचकर डरने लगीबैगनी थे यात्री उस पर श्वेत खेवनहार थाचल रही थी जिस जगह

प्रेम का बीज बोया था जो भी यहावो ह्र्दय खेत मे अंकुरित हो गयाअब फसल प्रेम की लहलहाने लगीसारा जीवन मेरा प्रेम मय हो गयादेखा

गुजारा है अकेला पन तुम्हारे दूर रहने सेमगर तू ना समझ पाए तेरी कितनी जरूरत हैमैं जीवन जी के भी जीवन सा जीवन जी नही

उसके भावो में जो डूबा एक कली सी खिल गईरंग रूप से ही उसके खुशबू अब बिखर गईतोड़ ना ले जाए दूजा कोई उसको बाग

घिर के सावन में बदरिया प्रेम जल बरसा रहीभीग जाए सबका तन मन भाव ये दर्शा रहीजब चमकती है ये बिजली गर्जना नभ हो रहीप्रकृति

अब न रहना मुझे कैद होकरअब परिंदों की जैसे उडू मैना सिमट जाऊं मैं पिजड़े में हीउड़ान अब आसमां तक भरू मैचीज जितनी निराली जगत

आसमान घिर गयी बदरियादेखो सावन आया हैझूले पड़ गए डाल-डालकोयल ने गीत सुनाया हैउपवन खिला-खिली धरतीचहुओर खुशी ही छाई हैघास फूस संग पुष्प खिलेछाई धरती

लालच के वशीभूत हो जो धन मे ही डूबेसुख में सदा ही साथ रहे दुख में जो छूटेमजबूरियों के लाभ जिनके शौक बन गयेपशु रूप