तू मिला कि मुझको जहाँ मिला
तू मिला कि मुझको जहाँ मिला हर दर्द मुझको धुआँ मिला
वो जो इश्क़ का भी गुमाँ मिला मुझे बंदगी का जहाँ मिला
तू ही जा-बजा तू गुरूर है तू ही गर्ज़ है तू हुज़ूर है
तुझे सोच कर ही ख़ुदा मिला मेरी रूह को भी सिला मिला
तू ही जिस्मो जाँ तू ही अब्र है जो मिटे निशाँ तू ही कब्र है
मुझे कुर्बर्तों का सिला मिला तेरे इश्क में ही खुदा मिला
जो बिछड़ गया गुमान था जो बदल गया वो जहान था
तेरी राह में जो बशर मिला मेरी बंदगी को असर मिला
जो मिला मुझे वो हिसाब था मेरी जिंदगी का शबाब था
हर जुस्तजू से जुदा मिला मेरी रूह को वो खुदा मिला
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