हिंदी साहित्य (वस्तुनिष्ठ)

भक्तिकाल

लखनसेन और पद्मावती कथा को वीर कथा किसने कहा : दामोदर

किस कृष्ण भक्त कवि ने प्रेम काव्य लिखा : नन्द दस ने रूपमंजरी

मुल्ला दाउद कहाँ के रहने वाले थे : डलमऊ, जिला रायबरेली

सुखमनी काव्य  किस भक्ति कालीन कवि की रचना है : अर्जुन देव

रामचंद्र शुक्ल ने रामानंद रचित ग्रन्थ कितने मने है : 2

राम सतसईं किसकी रचना है : तुलसी ने (मिश्र बंधू के अनुसार)

गोवर्धन पर्वत पर श्रीनाथ जी के मंदिर का निर्माण वल्लभाचार्य ने कब कराया : 1519 ई.

गोवर्धन पर्वत पर श्रीनाथ जी के मंदिर के प्रबंध का दायित्व अष्टछाप के किस कवि ने संभाला था : कृष्णदास

जायसी ने अपने पूर्व कितने प्रेमकाव्य का उल्लेख किया है :4

किस कृष्ण भक्त आचार्य की श्रीकृष्ण के सुदर्शन का अवतार मन जाता है : निम्बार्काचार्य

विष्णु दास ग्वालियर के किस राजा के आश्रय में रहते थे : जयप्पा सिंधिया

अचिन्त्य भेदाभेद सिद्धांत का गोविन्द भाष्य ग्रन्थ में व्यापक धरातल पर प्रतिष्ठा किसने किया : बलदेव विद्याभुषर

 दक्षिणी हिंदी के किस कवि को भक्तों का सूर्य कहा जाता है ; शाहमी राबजी

जयदेव द्वारा रचित गीत गोविन्द में कौन सा रास है : बसंत रास

 किस संत कवि की जन्म कथा कबीरदास की जन्म कथा से मिलती जुलती है : दादूदयाल

‘जहाँ कलह वहां सुख नहीं’ उपर्युक्त पंक्ति किसकी है : नागरीदास

राधा स्वामी सत्संग के प्रवर्तक हैं : स्वामी दयाल

दुर्गा सप्तशती का हिंदी पद्य अनुवाद किस संत कवि ने किया है : अक्षर अनन्य

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रचनाकार

Author

  • डॉ दिवाकर चौधरी

    कल्याणी प्रतिभा हो मेरी, मधुर वर्ण-विन्यास न केवल||Copyright@डॉ दिवाकर चौधरी इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |

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