हम भारत के सच्चे बच्चे,
हार न मानें अच्छे
हमें है जीना ,आगे बढ़ना
यही अरमान है हमारा
हम मिट जाएंगे पर ,
वतन झुके न हमारा
मरकर भी मेरा लहू पर
है अधिकार तुम्हारा
तू ही है सब जनम करम
जय हो मातरम
भारतम! ,भरतम !
भारतम! ,भारतम!
तू ही है जगत जननी
तू ही खुशहाली दाता
हर पल हम सब को सांसे
बस तेरी रट लगाता
जब तक रहे ये ज़मीं –आसमां
कभी फटे न तेरी आंचल
उतर में कश्मीर रहे
पूरब में रहे अरुणाचल
जय हो भाग्य की माता
जय हो मातरम !
भारतम!, भारतम!
भारतम!, भारतम!
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