तुम्हारा जब से सजदा कर लिया है

तुम्हारा जब से सजदा कर लिया है

ये अपना वक्त अच्छा कर लिया हैं

तुम्हारे नाम की मालाएं जप कर

अजब दिल ने तमाशा कर लिया हैं

गुलाबों का उसे उपहार देकर

मुहब्ब्त ने भी सौदा कर लिया हैं

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रचनाकार

Author

  • मन्तशा "आरजू"

    मन्तशा "आरजू" बांदा, यूपी, Owner :- Dreams Of Life Foundation Copyright@मन्तशा (शायरा)/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |

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