पहचान
“पहचान” शब्द सुनते ही मन में सवाल उठता है – आखिर हमारी पहचान क्या है? क्या यह केवल हमारा नाम है, जो हमें दूसरों
“पहचान” शब्द सुनते ही मन में सवाल उठता है – आखिर हमारी पहचान क्या है? क्या यह केवल हमारा नाम है, जो हमें दूसरों
आज का विषय है कि क्या सीधा और सरल व्यक्तित्व होना भी एक चुनौती है। मेरा जवाब है; हाँ। प्रत्येक मनुष्य का स्वभाव भिन्न भिन्न
नशा किसी भी प्रकार का हो, व्यक्ति के विनाश का कारण बनाता है। आज समाज में नशा करने के समान बहुत आसानी से मिल जाते
खलील जिब्रान कहता है- कुछ वर्ष पहले की बात है। मैं एक पागलखाने के बगीचे में टहल रहा था। टहलते हुए मेरी मुलाकात एक
विश्वास एक ऐसा अदृश्य बल है जो जीवन के हर पहलू को प्रभावित करता है। यह वह शक्ति है जो इंसान को अंधकार से निकालकर
चीते की प्रतियोगिता कुत्तों से हो रही थी…. लोग तुलना करना चाहते थे कि कौन तेज दौड सकता है? लेकिन सभी हैरान थे कि चीता
दुनिया में शायद ही कोई ऐसा वैज्ञानिक आविष्कार हो, जो पहली बार में सफल हो गया हो। दुनिया में शायद ही कोई पर्वतारोही ऐसा हो,
मुझे लिखने का शौख बहुत पहले से था। मैं अपनी डायरियों में अपने विचार कविताओं के रूप में लिखती थी। उन्हे कभी प्रकाशित करवाने का
रक्षाबंधन का महत्त्व रक्षाबंधन का त्यौहार केवल राखी बांधने तक सीमित नहीं है और ना ही भाई बहनों तक। रक्षाबंधन पर सभी बहने अपने भाई
पति-पत्नी का रिश्ता एक ऐसा रिश्ता है जिसमें प्यार, टकरार, नोक-झोक सब होता है। यह एक ऐसा अनोखा रिश्ता है जिसमे पति कभी गाइड बन