पद्य-रचनाएँ
चिड़ियाँ रानी
चिड़ियाँ रानी यूं मुस्का केतुम कहां जाती हो ?हां तुम कहां जाती हो ?चीं –ची करते हुए आकाश मेंउड़ क्यूं जाती हो ? डाल –डाल
चिड़ियाँ रानी यूं मुस्का केतुम कहां जाती हो ?हां तुम कहां जाती हो ?चीं –ची करते हुए आकाश मेंउड़ क्यूं जाती हो ? डाल –डाल
पंडितजी मदन मोहन ने, अंग्रेजी सत्ता को हिलाया था, सत्यमेव जयते का नारा, सारे विश्व में छाया था ।। सत्य त्याग और देशभक्ति का, अनूठा
एक दिन पालक ने पूछा ये तो बतलाओ मुझेकितना मेरा भाव है कुछ तो समझाओ मुझेगर्मियों में भाव कितना ठंडी में क्या भाव हैखेत में