चौपाई
हर हर महादेव
हर हर महादेव शिवशंकर। विनती स्वीकारो अभ्यंकर।। आशुतोष अव्यय अविनाशी। दर्शन दो हवि, हे कैलाशी।। महाकाल शितिकंठ कपाली। बिल्वपत्र से शोभित थाली।। गंगाजल से स्नान
हर हर महादेव शिवशंकर। विनती स्वीकारो अभ्यंकर।। आशुतोष अव्यय अविनाशी। दर्शन दो हवि, हे कैलाशी।। महाकाल शितिकंठ कपाली। बिल्वपत्र से शोभित थाली।। गंगाजल से स्नान