हर दुआ मे वो ज़माना चाहता हूँ
हर दुआ में वो ज़माना चाहता हूँ फिर वही मिलना मिलाना चाहता हूँ मिल सके परछाइयाँ एहसास की रोशनी का वो ज़़माना चाहता हूँ देख
हर दुआ में वो ज़माना चाहता हूँ फिर वही मिलना मिलाना चाहता हूँ मिल सके परछाइयाँ एहसास की रोशनी का वो ज़़माना चाहता हूँ देख
खेल तमाशा सा जीवन है मौसम इक सैलानी है पैकर है अपनी ख़्वाबों का जीवन अजब कहानी है मुझको व परवाह नहीं है किस्मत की
तुम्हारी याद की आहट कोई किस्सा बताती है ये घुलकर साँस में मेरी नई दुनिया सजाती है तुम्हारी याद ही शायद है वो दीवार, सूनी
बस चलना है खा़मोश अँधेरी रातों में बस चलना है इक दिन तो रोशन होगी ये तब तक ऐसे ही जलना है बस चलना है
गौरव गान सिखाती हिंदी, राष्ट्रप्रेम जगाती हिंदी। राष्ट्र धारा बन बहती, देश का मान बढ़ाती हिंदी। देश का सम्मान हिंदी, वंदे मातरम गान हिंदी। सबके
मनवा प्रिय दर्शन की आस। कितने सावन बीत गये हैं मिटी न अजहूं प्यास।। माया ठगिनी है भरमावत अंत में करे उदास। मृगतृष्णा न मिटी
शीषफूल मुक्ताजाल चूड़ामणि मांगटीका, कुमकुम बिंदी खेलड़ी सजावति शीश कामिनी। कर्णफूल पीपलपत्रा छैलकड़ि कोकरु बाली, झेला झुमकी माकड़ी झमकावति गजगामिनी। चूनी नासामोती ठुमकी नथ बजट्टी
इस शीत के मौसम में तुम जेठ दुपहरी बन आना। रोम-रोम में छा जाना।। मैं अवाक रह गया, देख तुम्हारी मूरत को कैसे उतारुँ दिल
रघुनंदन के साथ साथ में,सीता वन को जाती है, क्या वन में जाकर नाथ,कुछ याद न मेरी आती है । तुमको तुम्हारी उर्मिला,हर पल हर