पद्य-रचनाएँ

Category: पद्य-रचनाएँ

कविता

गति जीवन की

जब जीवन नीरस सा प्रतीत हो,जब हर क्षण मुश्किलों का भवंर हो।जब अपना कहने को कोई नहीं,जब हर रिश्ता छले, जीवन कहर हो।उम्मीदों की आस

विस्तार से पढ़ें »
कविता

मन बावरा

अंधियारे में खोया हुआ मन बावरा,नाउम्मीदी से उम्मीद लगाए हुए।तूफान कोई उठने को आतुर सी है,जल रहा, लपटे लिपटने को है।प्रेम है, या शत्रु, पास

विस्तार से पढ़ें »
गज़ल

जो किस्सा अजनबी था

जो किस्सा अजनबी था जिन्दगी का, आजकल हमसफर है जिन्दगी का। कोई भी आदमी परिचित नहीं है, बड़‍ा  तन्हा सफर है  जिन्दगी  का। जो अक्सर

विस्तार से पढ़ें »
गज़ल

साज़े-दिल पर ग़ज़ल गुनगुना दीजिए

साज़े-दिल पर ग़ज़ल गुनगुना दीजिएशामे-ग़म का धुँधलका हटा दीजिए ग़म के सागर में डूबे न दिल का जहाँनाख़ुदा कश्ती साहिल पे ला दीजिए एक मुद्दत

विस्तार से पढ़ें »
कविता

एक दिन आयेगा

एक दिन आयेगाऔर हम सब चले जाएंगे। कहां जायेंगेपता नही । पर उस टाइम कोईरोने वाला नही होगा। पर कोने में पड़ी होंगीकुछ कविताएं। जो

विस्तार से पढ़ें »
Total View
error: Content is protected !!