रंजना सिंह "अंगवाणी बीहट "
रंजना सिंह "अंगवाणी बीहट "

रंजना सिंह "अंगवाणी बीहट "

बेगूसराय, बिहार./ ©रंजना सिंह "अंगवाणी बीहट "

होली – गीत (सरसी छंदाधारित)

होली का ये मास सुहाना, लगा गुलाबी रंग।पीकर झूम रहे हैं देखो, नशा चढ़ा जब भंग॥ होली में बहका सजना तब, झूमें गाते फाग।उमड़ रहा

Read More »

तकरार होली में

सुनाऊँ क्या तुम्हें किस्सा किया तकरार होली में ।उठाया हाथ में बेलन पड़ी थी मार होली में ।पड़ोसन पर फिदा था वो सनम मेरा सलोना

Read More »

होली पर दोहे-रजनीगंधा की महक

रजनीगंधा की महक, हृद में लगती आग। राधा, कान्हा के बिना, कैसे खेले फाग॥1॥ तन – मन में कान्हा बसा, मनहर लगता फाग। श्याम हृदय

Read More »
Total View
error: Content is protected !!