क्या से क्या हो गया
देखो ना क्या से क्या हो गया दोनों का अलग रास्ता हो गया सादगी को छोड़ दिया लोगों ने आधुनिक यहां हर जवां हो गया
देखो ना क्या से क्या हो गया दोनों का अलग रास्ता हो गया सादगी को छोड़ दिया लोगों ने आधुनिक यहां हर जवां हो गया
हाँ, मौन हूँ मैं…! कहता कुछ नहीं फिर भी सब समझाता हूँ। शब्दों से हौड़ नहीं फिर भी चीख़-चीख़ बतलाता हूँ। एक रिश्ता हूँ सुर्ख