आओ रंग जाए एक ही रंग में
आओ रंग जाए एक ही रंग मेंप्रेम –प्रिया के संग मेंआओ स्वर्ग सा खिल जाएं हमफागुन की खुशी उमंग में । आज न हो शिकायत
आओ रंग जाए एक ही रंग मेंप्रेम –प्रिया के संग मेंआओ स्वर्ग सा खिल जाएं हमफागुन की खुशी उमंग में । आज न हो शिकायत
फागुन में मन बौरायामनवा बहुत ललचायावातावरण बना सुखमय सौंदर्य काखुशबू फूलों को भाया । फागुन के रंग में हम भी ढलेंराधा कृष्ण के संग चलेंखूब
सृष्टि का उपहार है नारीनारी बिना सबकुछ सुना हैनारी तत्व ही दिव्य ज्योति हैउसके बिनासबकुछ अनसुना है। नारी तत्व से प्रेम निखरता हैनारी तत्व है
राजनीति के राज विशेषज्ञतुम्हें कोई काम नहीं आएगासावधान! खुद को तैयार रखोयह युग छलिया , प्रपंचो का है । इस युग में योग्यता का मोल
फिर याद आई गांव की खुशबूमन करता मैं लौट जाऊंतनाव भरी जिंदगी सेहमेशा के लिए मुक्ति पाऊं। भागदौड़ की जिंदगी है शहरों मेंविकास का तनाव
रूह में मिलने का इरादा बहुत ज्यादा था खुद को योग्य समझूं ये नासमझी बहुत ज्यादा था । मिले थे जिस कदर जिन यादों ने
इस कदर न मदहोश हो, तुम्हे प्यास लग जाएगी हर सांसे हो मदहोश हवा प्यार की छटा लहराएगी। ये प्यार का नाटक नही , ये
प्रेम में भावुक हो रहा हूं मैंअपना ईमान दोगी ?प्रेम में पागल हो रहा है मेरा दिलमुझसे शादी करोगी ? तू जच रही है मेरे
हम भारत के सच्चे बच्चे,हार न मानें अच्छेहमें है जीना ,आगे बढ़नायही अरमान है हमारा हम मिट जाएंगे पर ,वतन झुके न हमारामरकर भी मेरा
मैं तुझे चाहता हूंँ बस,अपनी एक मुस्कान दे देदिल में न रहें लालसा,अपने दिल की अरमान दे दे। तुझे देखा जब भी ,मेरे मन में