डॉ. पीयूष राजा
डॉ. पीयूष राजा

डॉ. पीयूष राजा

युवा साहित्यकार, नवादा, बिहार © डॉ. पीयूष राजा

बसंती बयार होली लायी

बसंती बयार होली लायी,हर ओर उड़ रहे रंग-गुलाल,मस्तानों की टोली आयी,अमराई में लगी मंजरी,मदिर मंद मुस्कायी,लगे नव पल्लव बगिया बगान में,सुंदर कलिया मुस्कायी,रंग गुलाल के

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बेवड़ो की होली (हास्य रचना)

आ ही गयी हर दिल अज़ीज़ होली,अब हो जाएगी सबकी मीठी बोली,बच्चों का तो ये पसंदीदा त्यौहार है,बूढ़ों के लिए ये जवानी उपहार है,हर जगह

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