होली (दोहा)
होली के त्यौहार की, पौराणिक पहचान। महा भक्त प्रह्लाद की, कथा उचित उनवान।। श्रीहरि का वह भक्त था, निर्मल और विशुद्ध। हिरण्यकश्यप हो गया, स्वयं
होली के त्यौहार की, पौराणिक पहचान। महा भक्त प्रह्लाद की, कथा उचित उनवान।। श्रीहरि का वह भक्त था, निर्मल और विशुद्ध। हिरण्यकश्यप हो गया, स्वयं
जगजननी माँ पार्वती, शिव देखें अनिमेष। पावन परिणय हो गया, अद्भुत और विशेष।। भूत-प्रेत मिल साथ में, चले सभी बारात। मनभावन लगने लगी, त्रयोदशी की