भाई मुझे भुल न जाना याद रखना

भाई मुझे भुल न जाना याद रखना

पापा की थी परी बस याद रखना

बचपन मेरा गुजरा कुछ यादे जुडे है

कुछ खट्टे कुछ मीठे मेरे वादे जुडे है

भुल न जाना यह याद रखना

होली दिवाली का यहाँ हर रंग देखा है

संग तेरे सुख दुख का पल देखा है

खुद से न दुर करना बस याद रखना

धन दौलत का तेरे मुझे मान नही हे

खुश रहे तु बस अरमान यही है

घर आ जाऊ जब तुम्हारे मेरा मान रखना

मयका मेरा घर ऑगन रौशन रहे सदा

फुलो से सजा रहे तु रहे हरा भरा

पराई न समझना बस याद रखना

रक्षाबंधन इक त्योहार नही है

भाई बहन का प्यार यही है

न कोई सौगात चाहिए याद रखना

भाई से बडा कोई बफादार नही है

भाई से सच्चा कोई सलाहकार नही है

दुख मे मेरे साथ रहना याद रखना

माँ की याद जब कभी सताया करे

ऑखे बेमौसम भीग जाया करे

मुझे गले लगाना याद रखना

कदमो के आहट से माँ पहचान जाती थी

हर तीज त्योहार पर मुझको बुलाती थी

रिश्ता यह भी निभाना याद रखना

याद है रूठ जाने पर मुझको खिलाना

कंधे पर अपने हँसकर बिठाना

वो मस्ती का आलम याद रखना

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रचनाकार

Author

  • राजीव रंजन रौशन

    राजीव रंजन रौशन पटना बिहार Copyright@राजीव रंजन रौशन / इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |

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