होली ने रंग बिखेरे हैं आनंद का रंग सब मे होय
मेल मिलाप भी रंग है प्रहलाद सभी में होय
प्रहलाद सभी में होय, दुश्मन दुश्मनी भूले
दोस्तानों का रंग प्रहलाद सा हर आँचल भिगोय
होलिका जल कर भस्म हुई, फिर भी यादगार है
दुश्मन को भी ये गति मिले, सबक रंगीले होय
नास्तिकता हिरणयक़श्यप सी जग में ना कोई करें
नास्तिकता प्रहलाद सी हर होली
में सब संजोय
बधाई सब को होली की, रंग गहरे ही होय
प्रह्लाद ज्यो हर रंग है, आनंद बरसे मन खोय
देखे जाने की संख्या : 325