ऐलान करो अब लाल किले से,चढ दुश्मन की छाती पर।
नहीं चलेगा मुल्क हमारा, देशद्रोहियों की थाती पर।
दुश्मन देश के हित में जिसकी उमड़ रही हो ममता,
देर करो न डाल दो फंदा, हिन्दुस्तान के घाती पर।।
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ऐलान करो अब लाल किले से,चढ दुश्मन की छाती पर।
नहीं चलेगा मुल्क हमारा, देशद्रोहियों की थाती पर।
दुश्मन देश के हित में जिसकी उमड़ रही हो ममता,
देर करो न डाल दो फंदा, हिन्दुस्तान के घाती पर।।
नाम- संतोष सिंह "अकेला" जन्म तिथि- 01-10-1980 पिता का नाम- श्री चन्द्रिका सिंह माता का नाम- श्रीमती सुभावती सिंह शिक्षा- एम. ए., एम. जे., एल एल बी. सम्प्रति- वकालत साहित्य उपलब्धियां- तमाम समाचार पत्र तथा पत्र पत्रिकाओं में कविता और ग़ज़ल प्रकाशित । प्रकाशित पुस्तकें- 1- सदायें मेरे इश्क की (ग़ज़ल संग्रह) 2- मेरी पतवार (काव्य संग्रह) 3- जिन्दगी का सफर (ग़ज़ल संग्रह) 4- दरख्तों के पार (दोहा संग्रह ) 5- ख्यालों के पंक्षी (ग़ज़ल संग्रह)पांच साझा संग्रह में भी ग़ज़ल और कविता का प्रकाशन । स्थाई पता- ग्राम- सिलहटा मुण्डेरा पोस्ट- राजधानी जनपद - गोरखपुर 273202 वर्तमान पता -म.न. 19 इन्दिरा नगर पत्रालय- गोरखपुर विश्वविद्यालय जनपद- गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) 273009सम्पर्क - 9795201300, 8738928184 Copyright@संतोष सिंह 'अकेला'/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |
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