स्वच्छता रखना हमारा धर्म है।
स्वच्छता है धर्म हमारा,
इससे बनता जीवन सारा।
घर हो या गलियाँ, साफ रखो,
गंदगी को सबसे दूर करो।
नदियों में कचरा मत डालो,
प्रकृति को स्वच्छ ही रहने दो।
पेड़-पौधे हरे भरे,
स्वच्छ हवा, जीवन को स्वस्थ रखे।
कचरा मत सड़कों पर फेंको,
डस्टबिन में ही कूड़ा डालो।
साफ़ रखो अपनी धरती,
यही है हमारा सच्च धर्म।
स्वच्छ मन, स्वच्छ हो तन,
यही है स्वच्छता का अमृत जल।
स्वच्छ देश, महान बनेगा,
हर कदम पर जीवन खिलेगा।
आओ मिलकर कसम उठाएं,
भारत को स्वच्छ बनाएं।
स्वच्छता का पाठ पढ़ाएं,
हर कोने को सुंदर बनाएं।
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