गुरु है सरलता में गुरु है प्रखरता में
ज्ञान गंगा गुरु का ही पावन फुहार है
गुरु का ही ज्ञान इस जगत में छाया हुआ
गुरु से प्रकाशित ए जमीन आसमान है
गुरु के ही ज्ञान और उनके प्रयास से ही
आंतरिक शक्तियों का होता ये विकास है
ज्ञान से ही सबके अज्ञान को भागने वाले
गुरु में ही ज्ञान का अपार भंडार है
गुरु मंजिल रास्ता है गुरु पतवार हैं
गुरु रखते छोटे बड़े सब का ही ध्यान है
पालते हैं पोसते हैं ज्ञान की जलधार से
बच्चों का बगीचा खिलता गुरु के ही ज्ञान से
गुरु साक्षात प्रतिमूर्ति होते ज्ञान के
उन्हीं से ही विकसित ज्ञान विज्ञान है
गुरु में है भावना सभी के कल्याण की
इसीलिए गुरु का सर्वोच्च स्थान है
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