रेगिस्तान की भूमि पर सोच रही थीं मैं
दूर दूर तक कोई रहने वाला नही था वहाँ
पर्यटक आते व लौट जाते आखिर.. क्यों..?
क्या रेत के टीले की यहीं थी तकदीर
क्या होगा रेगिस्तान में भी बसंतोत्सव..?
हर रोज शायद बदल जाते है लोग रेत के टीले पर
मेरी तरह बैठ कर चलकर छोड़ जाते हैं पदचाप
फिर वहीं शाम सुहानी उसके बाद रात वीरानी
आखिर क्यों रेगिस्तान के टीले की यह कहानी
क्या होगा रेगिस्तान में भी बसंतोत्सव..?
पर्यटक आते व लौट जाते आखिर.. क्यों..?
क्या रेत के टीले की यहीं थी तकदीर
जाता हुआ सूरज बिखेरता हैं स्वर्णिम छवि
मनमोहिनी सी छटा दर्शक को मोहित करती हैं
क्या होगा रेगिस्तान में भी बसंतोत्सव..?
पुनःआगमन को डूब जाता लालिमा साथ लेकर
सुबह सुहानी देने फिर से आकर्षित करता है
पर्यटक आते व लौट जाते आखिर.. क्यों..?
क्या रेत के टीले की यहीं थी तकदीर
क्या होगा रेगिस्तान में भी बसंतोत्सव..?
लौट कर आने को रंगीन शाम बिताने को
चलती रही कदम दर कदम सोचती हुई कि
क्यों रेत के मानिंद हैं हमारी भी कहानी
कभी चमकती सी कहानी कभी बुझती सी रवानी
क्या होगा रेगिस्तान में भी बसंतोत्सव..?
पर्यटक आते व लौट जाते आखिर.. क्यों..?
क्या रेत के टीले की यहीं थी तकदीर
कब जीवन संध्या हो जीवात्मा चल दे लालिमा ले
कभी उदास शामें कभी कहकहों की सरगम
क्या होगा रेगिस्तान में भी बसंतोत्सव..?
पदचाप के चिह्न सी छोड़ती जिंदगी
बस रेत के ही मानिंद नजर आई
रचनाकार
Author
पति-श्री पुष्पेंद कुमार,व्यवसाय -पुस्तकालयाध्यक्ष ग़ाज़ियाबाद में पिछले २५ वर्षों से पब्लिक स्कूल में कार्यरत।कृतियां-1-काव्यमंजूषा2-मातृशक्ति3-शब्दोत्सव4-अंबेडकर(जीवन संघर्ष एवं अनुभूति)4-महापुरुष5-काव्य शब्दलहर6-शब्द किलकारी(काव्यसंग्रह)7- नव कोंपले(शब्दरूप में),सम्मान-- प्राइम न्यूज़ द्वारा कलमवीर सम्मान-विक्रमशिला द्वारा विद्या वाचस्पति सम्मान-अखिल भारत हिन्दू युवा मोर्चा द्वारा सम्मान-श्रीज्योति सेवा मिशन हरिद्वार द्वारा सम्मान-आरोही संस्था दिल्ली द्वारा सम्मान-शांतिकुंज द्वारा सम्मान श्रेष्ठ अध्यापिका सम्मान- विधालय द्वारा सर्वश्रेष्ठ अध्यापिका सम्मान-विश्व हिंदी लेखिका मंच द्वारा"कल्पना चावलास्मृति पुरुस्कार-"विश्व हिन्दी रचनाकार मंच" द्वारा उत्तर प्रदेश" महिला रत्न सम्मान"- साहित्यबोध समूह द्वारा"साहित्य मार्तण्ड"सम्मान-दी ग्रामटुडे ग्रुप द्वारा"साहित्य शक्ति" सम्मान-अनेक सहित्य समूह द्वारा श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान,लेखन--अनेक समाचार पत्रों में लेख,कविताएं प्रकाशित-अनेक हिंदी पत्रिकाओं में लेख,कविताये प्रकाशित-अनेक ई-पत्र-पत्रिकाओं में लेखन प्रकाशित-अनेक साहित्यिक समूह में रचनाएं प्रकाशित,Copyright@डॉ मंजु सैनी/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |