मेरी कविताएँ मेरा लेख
मेरी कविताएँ मेरा लेख,
जीवन के हर पन्नों को देख,
सुख-दुख में अपनों का साथ,
कभी तन्हाई से मुलाकात
कभी बीती दिनों की यादें,
आने वाले दिनों की बातें,
कभी नोक झोक, कभी दोस्ती.
रिश्ते-नाते और थोड़ी सी मस्ती
कभी गर्व और साहस की बाते ,
कभी आंसू और तन्हाई भरी रातें,
इन्हीं शब्दों से भरी है देख,
मेरी कविताएँ मेरा लेख ।
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