मेरी कविताएँ मेरा लेख

मेरी कविताएँ मेरा लेख

मेरी कविताएँ मेरा लेख,

जीवन के हर पन्नों को देख,

सुख-दुख में अपनों का साथ,

कभी तन्हाई से मुलाकात

कभी बीती दिनों की यादें,

आने वाले दिनों की बातें,

कभी नोक झोक, कभी दोस्ती.

रिश्ते-नाते और थोड़ी सी मस्ती

कभी गर्व और साहस की बाते ,

कभी आंसू और तन्हाई भरी रातें,

इन्हीं शब्दों से भरी है देख,

मेरी कविताएँ मेरा लेख ।

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रचनाकार

Author

  • Dr. Shivangi shri

    Copyright@/डॉ शिवांगी श्री इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |

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