माना-
जीवन के ये रास्ते बहुत लंबे है,
चारों ओर बाधाएँ है, अंधेरा है, रुकावट है,
लेकिन ये लंबे रास्ते पल भर में कट जाएंगे,
अंधेरे के बाद एक नयी सुबह लाएँगे, जो एक रोशनी लाएगी,
ये बाधाएँ बर्फ सी पिघलकर बह जाएगी।
हे भगवान! मन में हौसला बनाए रखना।
माना-
आज जिंदगी थोड़ी मुश्किल हो गई है,
सच भी आज झूठ के आगे झुक गई है,
ईमानदारी कहीं आज बेरोजगारी के आगे खो गई है,
लेकिन जीवन आसान हो जाएगा,
सच भी अपना रंग जरूर दिखलाएगा,
ईमानदारी भी अपनी सही जगह पाएगा,
हे भगवान! विश्वाश बनाए रखना।
माना-
भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है,
अत्याचार भी समाज मे फैलता जा रहा है,
बलात्कार की घटना भी आम होती जा रही है,
लेकिन भ्रष्टाचार को देश से हमे ही मिटाना होगा,
बलात्कारियों को सजा दिलाना होगा,
हे भगवान! हिम्मत बनाये रखना।
माना- आज परिवार विघटित हो रहा है,
भाई-भाई एक-दूसरे को मारकर खुश हो रहे है,
हर कोई अपनी जिम्मेदारियों को भूलता जा रहा है,
लेकिन सभी समाज मे मिलकर रहने लगेंगे,
लोग अपनों की एहमियत समझने लगेंगे,
अधिकारों से भी अधिक कर्तव्यनिष्ठता को स्थान देने लगेंगे,
हे भगवान! इतनी समझ बनाये रखना।
माना-
आज खाली है हाथ,
रास्ते कई हैं पर मंजिल नहीं है अपने पास,
धीरे-धीरे धैर्य भी खोता जा रहा है,
आखिर आज के युग मे मानवता कहाँ जा रही हैं?
लेकिन एक विश्वाश है, अपने ऊपर,
मंजिल भी मिल ही जाएगी,
कामयाबी एक दिन हाथ जरूर आएगी,
जो खोया है उसे पाने की राह भी नज़र आएगी,
तब तक है भगवान! धैर्य बनाये रखना।