अंधियारा कब तक जीतेगा
अंधियारा कब तक जीतेगा
उजियारा अब छाएगा
दीपक एक जले सपनों का
जग रोशन हो जाएगा
उषा जागी है प्राची में
शक्ति सर्जन की साथ लिए
अनथक ज्योति से जीवन
अब अंबर तक लहराएगा
हरकारा सा दसों दिशा में
नभमंडल को घेर रहा
ये प्रकाश दिवाली का
तम का उपहास उड़ाएगा
इक दीपक मेरे नाम जलेगा
आज रात उजियारी होगी
गर्व भरा मद माता दीपक
स्वयं काल बन जाएगा
देखे जाने की संख्या : 397