फिर से मानवता घबराई है,
फिर से एक आहट आई है ।
करोना अबकी मत आना,
तुमको ये राम दुहाई है ।
इस मुश्किल से है हम उबरे,
घर में ही बंदी बन कर बैठे ।
वो मंजर बड़े भयानक थे,
फिर से वो मंजर नही दिखाना ।
करोना तुम अबकी मत आना,
तुमको ये राम दुहाई है ।
आंख में आंसू तुम न लाना,
भूल कर यहां मत आना,
वो स्वप्न आज भी डराता है ।
ऐसा दृश्य न कभी दिखाना,
करोना तुम अबकी मत आना,
ये तुमको राम दुहाई है ।।
देखे जाने की संख्या : 443