कविता

कविता मात्र

कागज पर

कलम से

लिखी गई

कुछ पंक्तियाँ

नही हैं।

उसका

हर शब्द

केवल

वर्णमाला

का योग

नहीं है,

जो

आपस में

जोड़ तोड़

कर

लिख लिया।

कविता

यात्रा है

हजारों

वर्षों की

जो हमारे

पूर्वजों की

तपश्चर्या

का

अनुपम

फल है।

वेदो से

सतत

प्रवाहित

उपनिषदों

से संशोधित

पुराणों की

निर्मलता लिए।

तुलसी की

मानस का

रसपान

सुर मीरा

रसखान

की

दिवानगी

कबीर

का

अल्हडपन हैं।

शान्त

माधुर्य

भक्ति

वीर

आदि

एकादश

भाव लिये।

मन के विचारों

को साझा

करने का

आदिकालीन

विकल्प है।

पतन होते

संस्कारों के

रक्षा हित

कविता मानव

कल्याण का

संकल्प है।

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रचनाकार

Author

  • पीयूष जोशी सिंहनाद

    पिता:-राकेश कुमार जोशी,माता:- संध्या जोशी,व्यवसाय:- अध्यापक,रुचि:- लेखन,अध्यन, भजन गायन ।कविता विषय: देशभक्ति, पौराणिक, वैदिक, धार्मिक व समसामयिक।पता :-गाँव देवला तहसील आसपुर जिला डूंगरपुर राजस्थान।पिनकोड:-314034Copyright@पीयूष जोशी सिंहनाद/ इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |

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