समीक्षा :- कोचिंग @कोटा(उपन्यास)
उपन्यास : कोचिंग @कोटा लेखक : अरुण अर्णव खरे ए पी एन पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित समीक्षक- अतुल्य खरे विगत कुछ वर्षों में राजस्थान का कोटा
उपन्यास : कोचिंग @कोटा लेखक : अरुण अर्णव खरे ए पी एन पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित समीक्षक- अतुल्य खरे विगत कुछ वर्षों में राजस्थान का कोटा
मां ! अर्पित है चरणों में, सादर नमन, वंदन !! मां तो सिर्फ मां होती है। उसकी बराबरी दुनिया की कोई चीज नहीं कर सकती
बिहार के लिए एक कहावत बेहद प्रचलित है- “एक बिहारी सौ पे भारी।” बौद्धिकता यहां के कण-कण में विद्यमान था। लेकिन अफसोस ऋषियों, मुनियों एवं
“भूलों नहीं अहमियत रिश्तों की कभी,ये वो नाज़ुक डोर हैं जों जुड़ती नहीं फिर से।” वर्तमान युग में रिश्ते-नातों की अहमियत कम होती जा रही
शिक्षक से हम शिक्षा प्राप्त करते हैं। शिक्षक वह व्यक्ति है जो हमें जीवन में उपयोग में आने वाली हर चीज़ें सिखाता है। इसमें किताबी
अठारह पुराण के सार के रूप में महर्षि व्यास ने लिखा है कि..अष्टादशपुराणानां सारं व्यासेन कीर्तितम् ।परोपकार: पुण्याय पापाय परपीडनम् ।।अर्थात दूसरों का उपकार करने
उत्तर प्रदेश भारत वर्ष का जनसंख्या दृष्टि से एक विशाल राज्य है। इसके पूर्वी छोर पर स्थित पांच मण्डल के सत्रह जिले पूर्वांचल के अंतर्गत
हमारे जीवन को सरल, सहज और सफल बनाने में शिक्षा और विद्या दोनों का काफी महत्व है, लेकिन दोनों में कुछ मौलिक अंतर या भेद
भारतीय सभ्यता, संस्कृति और साहित्य में पिता का स्थान सदैव आदरणीय, अनुकरणीय और पूजनीय रहा है। हमारे जीवन में पिता का स्थान सबसे ऊंचा है।
काव्य संग्रह :आठवां समंदर द्वारा :सीमा शर्मा “सृजिता” प्रकाशन : प्रतिविम्ब (नोशन प्रेस) क्यूँ पढ़ें:- भाव प्रधान मुख्यतः प्रेम भाव में डूबी हुयी सुन्दर रचनाएँ