केतु के हाथ में साल 2023 में सफलता की चाबी
विश्व को प्रेरणा प्रदान करने वाले भारत के दो ग्रंथ -श्रीमद भागवत गीता और रामायण में सारी समस्याओं के निदान,कठिनाइयों के समाधान और पुरुषार्थ से
विश्व को प्रेरणा प्रदान करने वाले भारत के दो ग्रंथ -श्रीमद भागवत गीता और रामायण में सारी समस्याओं के निदान,कठिनाइयों के समाधान और पुरुषार्थ से
ददुआ का जीवन खेती किसानी में व्यतीत हुआ। न ऊधौ का लेना न माधव को देना। ददुआ सदा अपने बैलों को प्यार करता और उसके
ताँका साहित्य के दो कालजयी रत्न हिंदी ताँका का अपना प्राचीन इतिहास रहा है यद्यपि इन दिनों उचित प्रोत्साहन के अभाव में इस विधा का
महेश बाबू जब सेवा मुक्त होकर गांव लौटे तो बिल्कुल अकेले हो गए। साल भर पहले हीं पत्नी का स्वर्गवास हो गया था । एक
गर्मी का मौसम था। सुबह की ठंडी- ठंडी हवा रात की भीषण गर्मी से परेशान लोगों को अपने शीतल स्पर्श से मानो थपकियां लगा -लगा
आज सुबह जब मैं अपनी दुकान की सफाई कर रहा था तो, अचानक मेरे मन में एक प्रसंग याद आया लोग कहते हैं कि जब
बचपन से ही संकोची स्वभाव होने के कारण मैं अपने में ही खोया रहता था |लोगों के बीच में उठना बैठना बातें करना मेरे लिए
आज सात दिन हो गये, पीने को कौन कहे-छुआ तक नहीं! आज सातवाँ दिन है, सरकार!तुम झूठे हो। अभी तो तुम्हारे कपड़े से महँक आ
वह पचास वर्ष से ऊपर था। तब भी युवकों से अधिक बलिष्ठ और दृढ़ था। चमड़े पर झुर्रियाँ नहीं पड़ी थीं। वर्षा की झड़ी में,
सर्दियों का समय था। एक झोपड़ी के दरवाजे पर बाप-बेटा बुझी हुई आग के सामने बैठे हुए थे। झोपड़ी के अंदर बेटे की पत्नी बुधिया