
सुग्गो
दर्जन भर सूअरों के पीछे – पीछे दौड़ लगाती हुई सुग्गो जब ब्राह्मण टोला के पास जाती तो नीले और सफेद कपड़ों में सज धज
दर्जन भर सूअरों के पीछे – पीछे दौड़ लगाती हुई सुग्गो जब ब्राह्मण टोला के पास जाती तो नीले और सफेद कपड़ों में सज धज
पारो अपने गांव के मध्य विद्यालय से आठवीं की परीक्षा पास कर आगे की पढ़ाई के लिए गांव से आठ किलोमीटर दूर कुर्साकांटा हाई स्कूल
भूलना भी एक बेहतर आदत है साहब। सबकुछ याद रह जाना भी कोई अच्छी बात नहीं। दरअसल कुछ लोगों की स्मृति इतनी बढ़िया होती है
भारत और नेपाल की सीमा पर बसे एक छोटा सा धर्मपुर गांव हिमालय की गोद में प्राकृतिक सुषमा से सुशोभित अत्यंत रमणीय गांव है। गांव
शकुंतला चाय लेकर बैठक खाने में आई तो पति का खिला हुआ चेहरा देख कर हीं समझ गई कि शायद बात पक्की हो गई ,
मालिनी अभी शहर में नयी-नयी आयी थी। उसे शहर तथा वहाँ के लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। वह तो ठहरी गाँव की
घर परिवार समाज एवं अपने विभाग से अपमानित व मूर्ख पागल हरिश्चंद्र का चेला जैसी उपाधि प्राप्त कर चुके इंस्पेक्टर साहब के चेहरे पर आज
कल सुबह जल्दी उठने के चक्कर में मैं आज रात सो नहीं पा रहा था | जितना जल्दी सोने का प्रयास करता आंखों से नींद
विश्व को प्रेरणा प्रदान करने वाले भारत के दो ग्रंथ -श्रीमद भागवत गीता और रामायण में सारी समस्याओं के निदान,कठिनाइयों के समाधान और पुरुषार्थ से