आलेख

Category: आलेख

आलेख

अश्लीलता और सोशल मीडिया

आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया ने संचार, मनोरंजन और जानकारी के आदान-प्रदान के तरीके में क्रांतिकारी परिवर्तन किए हैं। इस विशाल प्लेटफॉर्म ने

विस्तार से पढ़ें »
आलेख

साहस और समझदारी की मिसाल ‘शहीद भगतसिंह’

कमल-ए- बुजदिली है अपनी ही आँखों में पस्त होना,अगर थोड़ी सी जुर्रत हो तो क्या कुछ हो नहीं सकता,उभरने ही नहीं देती बेईमानिया दिल कि

विस्तार से पढ़ें »
आलेख

आध्यात्मिकता और आधुनिकता की संगम भारतीय नारी”

यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः।यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः।।औरनारी! तुम केवल श्रद्धा होविश्वास-रजत-नग पगतल में।पीयूष-स्रोत-सी बहा करोजीवन के सुंदर समतल में।मनु की मनुस्मृति (तृतीय

विस्तार से पढ़ें »
आलेख

रतन टाटा: सादगी और प्रेरणा का प्रतीक

रतन टाटा, भारतीय उद्योग जगत का वह नाम हैं, जो सादगी, दूरदर्शिता और समाजसेवा के लिए जाने जाते हैं। उनके नेतृत्व में टाटा समूह न

विस्तार से पढ़ें »
आलेख

महाब्राह्मण में लेखक की भारी चूक

त्रिलोक नाथ पांडेय की सद्य: प्रकाशित कृति ‘महाब्राह्मण’ एक सामाजिक दस्तावेज है। यहाँ उपन्यास विधा में कथानक की शिल्पकारी की गई है। लेखक द्वारा उपन्यास

विस्तार से पढ़ें »
आलेख

हिंदी साहित्य एवं नामवर सिंह की आलोचना पद्धति

    नवीन कहानी कला की समीक्षा प्रगतिवादी हिंदी आलोचना के एक समर्थ हस्ताक्षर के रूप में डॉ. नामवर सिंह का नाम लिया जाता है।

विस्तार से पढ़ें »
आलेख

चार पैसे क्यों जरूरी

हमारे समय में 11वीं में बोर्ड की परीक्षा के बाद में ही कालेज दाखिला होता था । इसलिये नवीं में ही विज्ञान , वाणिज्य या

विस्तार से पढ़ें »
Total View
error: Content is protected !!