महाब्राह्मण में लेखक की भारी चूक
त्रिलोक नाथ पांडेय की सद्य: प्रकाशित कृति ‘महाब्राह्मण’ एक सामाजिक दस्तावेज है। यहाँ उपन्यास विधा में कथानक की शिल्पकारी की गई है। लेखक द्वारा उपन्यास
त्रिलोक नाथ पांडेय की सद्य: प्रकाशित कृति ‘महाब्राह्मण’ एक सामाजिक दस्तावेज है। यहाँ उपन्यास विधा में कथानक की शिल्पकारी की गई है। लेखक द्वारा उपन्यास
नवीन कहानी कला की समीक्षा प्रगतिवादी हिंदी आलोचना के एक समर्थ हस्ताक्षर के रूप में डॉ. नामवर सिंह का नाम लिया जाता है।
हमारे समय में 11वीं में बोर्ड की परीक्षा के बाद में ही कालेज दाखिला होता था । इसलिये नवीं में ही विज्ञान , वाणिज्य या
ज्ञान का दिया अज्ञान के अंधकार को दूर करने के लिए जरूरी है। ज्ञान की एक रोशनी अंधेरे और सुने पड़े हुए कई कोनो को
जीवन का सफर एक अद्भुत यात्रा है, जहां हर दिन, हर अनुभव, और हर चुनौती हमें कुछ नया सिखाती है। इस यात्रा में सबसे महत्वपूर्ण
अक्सर हम जीवन में बाहरी रोशनी और चकाचौंध की ओर आकर्षित होते हैं, लेकिन असली प्रकाश उस अंतर्मन में छिपा होता है, जो हमें सच्चाई,
Mind is mysterious something which is really nothing but does everything. Just as a busy officer alone in a room by closing all the doors,
भारत में योग का महत्व बहुत अधिक है। योग भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है और यहाँ की धार्मिक और दार्शनिक परंपराओं में एक महत्वपूर्ण
स्वामी शिवानन्द सरस्वती का जन्म दक्षिण भारत मे ताम्रपर्णी नदी के पास पट्टामड़ाई नाम के गांव में 1887 को हुआ था. इनके बचपन का नाम
किसी भी सभ्यता या संस्कृति का उत्थान-पतन उसकी आर्थिक स्थिति और राजनैतिक स्थिति नहीं होती बल्कि ज्ञान परम्परा होती है। भारतीय संस्कृति ने हमेशा ही