Happiness…
Happiness is when I open my eyes and I see my mom, Happiness is when I listen hanuman chalisa peacefully. Happiness is when my pet
Happiness is when I open my eyes and I see my mom, Happiness is when I listen hanuman chalisa peacefully. Happiness is when my pet
Know the mother, as much as one can,But remember the pain,Of the night, by scorpion,She is bearing the pain,May be, for some reasons,Let come the
ये नफऱत,ये दहशत ये दिलों की दूरीकब मिटेगी ?? ये शिक़वे, शिक़ायत व बदले की आगकब बुझेगी ?? ये लालच,चोरी व दौलत की भूखकब मरेगी
पंख रहते हुए भी बेपर हुएपरिन्दे जो क़फ़स के अन्दर हुए ! पत्थरों को बना डाला देवतापुजारी जैसे स्वयं पत्थर हुए ! कह रहा था
आज सात दिन हो गये, पीने को कौन कहे-छुआ तक नहीं! आज सातवाँ दिन है, सरकार!तुम झूठे हो। अभी तो तुम्हारे कपड़े से महँक आ
वह पचास वर्ष से ऊपर था। तब भी युवकों से अधिक बलिष्ठ और दृढ़ था। चमड़े पर झुर्रियाँ नहीं पड़ी थीं। वर्षा की झड़ी में,
सर्दियों का समय था। एक झोपड़ी के दरवाजे पर बाप-बेटा बुझी हुई आग के सामने बैठे हुए थे। झोपड़ी के अंदर बेटे की पत्नी बुधिया
…उस दिन से जी भर जिया नहीं पानी में हूँ मगर एक बूंद भी पीया नहीं कि जब भी चाहा आईने में देखूं अपना अक्श
जिस्मों के भीड़ में अब रिश्तों की बात हो, हैवानियत से मिलचुके अब फरिश्तों की बात हो। मुहब्बते सरजमीं से कर लाखों ही मर-मिटे, अब