एक ख़त पुराना
एक ख़त पुराना मिल गया रंगीन ज़माना मिल गया एक शायरी आशिकी वो दीवानी-दीवाना मिल गया….. एक राह थी अनजान थे कोई मोड़ था कोई
एक ख़त पुराना मिल गया रंगीन ज़माना मिल गया एक शायरी आशिकी वो दीवानी-दीवाना मिल गया….. एक राह थी अनजान थे कोई मोड़ था कोई