एक प्रार्थना
माना- जीवन के ये रास्ते बहुत लंबे है, चारों ओर बाधाएँ है, अंधेरा है, रुकावट है, लेकिन ये लंबे रास्ते पल भर में कट जाएंगे,
माना- जीवन के ये रास्ते बहुत लंबे है, चारों ओर बाधाएँ है, अंधेरा है, रुकावट है, लेकिन ये लंबे रास्ते पल भर में कट जाएंगे,
रक्षाबंधन का महत्त्व रक्षाबंधन का त्यौहार केवल राखी बांधने तक सीमित नहीं है और ना ही भाई बहनों तक। रक्षाबंधन पर सभी बहने अपने भाई
पति-पत्नी का रिश्ता एक ऐसा रिश्ता है जिसमें प्यार, टकरार, नोक-झोक सब होता है। यह एक ऐसा अनोखा रिश्ता है जिसमे पति कभी गाइड बन
डॉ ऋषिका वर्मा वर्तमान में दर्शन विभाग, हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर (गढ़वाल) उत्तराखंड में सहायक आचार्य के पद पर कार्यरत हैं। ऋषिका वर्मा
जब दिल था निर्मल और चहरे पर मुस्कान थी। न कोई चिंता और न कोई थकान थी। हर सुबह थी नहीं उमंगों से भरी, और
धरती माँ की गोद है प्यारी, इसकी रक्षा सबकी जिम्मेदारी। वृक्षों को मत काटो यार, ये हैं जीवन के आधार। पेड़ लगाओ, जल बचाओ, स्वच्छ
सावन का महिना सावन सबके लिए खुशहाली लेकर आता है। यह सावन बच्चे, बूढ़े सबको भाता है। चारों ओर फैली हरियाली की चादर, सबके मन
शिव की महिमा बर्फीली चोटियों पर विराजमान, कैलाश है उनका निवास। तीन नेत्रों में ज्योत जलती, हर युग में जिनका है वास। शिव की जटाओं
दोस्ती की राहें होती हैं अनमोल, उसका नहीं चुका सकता कोई मोल। तूफानों में भी जो साथ रहे, हर दुख में अपने पास रहे। हंसते-हंसते
उठो नारी और लड़ो अपने लिए, कोई नहीं आएगा तुम्हें बचाने। खुद को सबल बनाओ इतना, कोई हाथ डाल न सके तुमपर कोई। समय आ