तुम सदा ही जियो इस वतन के लिए
देश के नौजवानों भुलाना नहींदेश की अस्मिता को मिटाना नहीतुम भले प्राण दे दो वतन के लिएदाग अपने वतन पर लगाना नही नाम तेरे वतन
देश के नौजवानों भुलाना नहींदेश की अस्मिता को मिटाना नहीतुम भले प्राण दे दो वतन के लिएदाग अपने वतन पर लगाना नही नाम तेरे वतन
दर्द होता है और दिल ये मचल जाता हैजब भी दिल को मेरे तेरा ख्याल आता हैउलझने छाती मन में आंख ये तारे गिनतेजबसे आंखों
मिल गई जिसको जमी आसमान पहुंचेगा फूल कैसा भी हो हर हाल में ओ महकेगामिल गया जिसको सितारा हमेशा चमकेगादिल की गहराइयों में डूब कर
आज अपने दिलों को मिला लीजिएफिर ये धड़कन दिलों की मिले ना मिलेक्या पता कौन जाने कहां खो गयाजिंदगी में दोबारा मिले ना मिलेनफरतों से
मिलता होगा छप्पन भोग खाने को मधुर वहांमाखन चुराने यहा क्यू अब आएगेसोने का मुकुट होगा अब तो उनके सिर परमोर का मुकुट सिर पे
होली रंग भरी जो आई सबके दिल में प्यार जगाईशिकवा गिला को दूर भगा कर सबको गले मिलाने आईदेखो फिर से होली आईप्रेम रंग में
रंग के संग भंग और हाथ में गुलाल होझूम रही सबके मन में फागुनी बयार होखेलते गुलाल सब ही गाते एक राग होटोलियों के पीछे
आज अपने गले से लगा लो मुझेदेखिए रुत तो अब फागुनी आ गईमेघ की आज बारिश भले कम हुईरंग मे घुलती बारिश तो फिर आ
देखो रुत आज होली की फिर आ गईरंग भरकर दिलों में तो फिर छा गईशुक्ल के पक्ष की पूर्णिमा रात हैआज पूरे गगन पर खिला
जिसने जीवन को संवारा है मेरेवो ही जीवन का मेरे हकदार होगम में भी मैं मुस्कुरा कर के जियूऐसा ही मेरा यहां किरदार होकर्म से