उठो देश के कर्णधार
मेरे देश के वीर जवानों, उठो देश के भावी कर्णधार।जिस माटी में जन्म लिया, रखना मां से नेह अपार।पढ़ लिख ज्ञानवीर बनो, यश कीर्ति वैभव
मेरे देश के वीर जवानों, उठो देश के भावी कर्णधार।जिस माटी में जन्म लिया, रखना मां से नेह अपार।पढ़ लिख ज्ञानवीर बनो, यश कीर्ति वैभव
पालते लाड प्यार से, ममता दुलार से।खुशियों बहार से, मीठी पुचकार से।रखे औलाद को, दुनिया में मां बाप।आंखों का तारा हमे, दिलों के तार से।
तारीफ में ताकत होती तारीफें खुलकर करते हैंमंजिलें मिलती उनको जो तूफानों में चलते हैं अटल इरादा ठानकर सफल इंसान होता हैठोकरें खाकर ही मंजिलों
उमंगों की पतंगे लेकर आओ मचाए हम भी शोर।गली गली घूमते गाते चले आई है सुहानी भोर।जीवन में उड़ानें भर आओ चले खुशियों की ओरप्यार
सर्द हवा ठंडी ठंडी, बहती है पुरजोर।ठिठुरते हाथ पांव, अलाव जलाइए। कोहरा छा जाए जब, शीतलहर आ जाए।कंपकंपी बदन में, ठंड से बचाइए। सूरज सुहाती
गौरव गान सिखाती हिंदी, राष्ट्रप्रेम जगाती हिंदी। राष्ट्र धारा बन बहती, देश का मान बढ़ाती हिंदी। देश का सम्मान हिंदी, वंदे मातरम गान हिंदी। सबके