पिया रंगे न मोरी चुनरिया
फागुन के दुख का, कहौं मैं सखी। पिया रंगे न मोरी चुनरिया हो।। बाली है मोरी उमरिया, रंग है गोरा कोरी चुनरिया, होली के –
फागुन के दुख का, कहौं मैं सखी। पिया रंगे न मोरी चुनरिया हो।। बाली है मोरी उमरिया, रंग है गोरा कोरी चुनरिया, होली के –