किस सोच में ये डूबा व्याकुल है ये जमाना
कुछ पल तो साथ जी लो सबको अकेले जानासाथ जब भी छूटा तो फिर कहां से पाना यादों की जमी पर ही रह जाओगे सिमटकरये
कुछ पल तो साथ जी लो सबको अकेले जानासाथ जब भी छूटा तो फिर कहां से पाना यादों की जमी पर ही रह जाओगे सिमटकरये
जिंदगी आज कितनी सजी होगीबाद मुद्दत के जब मिली होगीदिल में उठा होगा तूफान नयाखुद संभाले नहीं सभली होगीप्यार जैसे ही उसका मिला होगाकली पुष्प
जमी पर चांद उतरेगा फलक से तारे तोडेगेबनाया झील सा बिस्तर जमाने प्यार के थे ओखूबसूरत अंकुरित था बीज दिल में जो पलाप्यार में जो
जब से मुझसे बिछड़ गए तुम याद बहुत ही आती हैदिल में उपजा भाव विरह की अग्नि हृदय को जलाती हैदर्द छुपा है दिल में
ओ लौट आए हैं मेरे दिल मेंजो कहते तुझ में वफा नहीं हैपलट के मैंने भी कह दिया अबदिलों में मेरे जगह नहीं हैबसा लिया
जिंदगी एक उलझा हुआ ख्वाब हैकब ओ क्या देखले कुछ पता ही नहीजो हुआ ना कभी भी दिवास्वप्न मेंरात में कैसे आया पता ही नही
कुछ पल तो साथ जी लो सबको अकेले जानासाथ जब भी छूटा तो फिर कहां से पाना यादों की जमी पर ही रह जाओगे सिमटकरये
मिलाकर नैनो से नैनाकरो बातें तो हम जानेना हो ओठो पे कंपनमौन दो उत्तर तो हम जानेसमझ कर मन की पीड़ा कोबहावो प्रेम की नदियांभरा
तेरे हर एक लहजे से मुखातिब फूल हैंसदा ही चूमते अशआर तेरे फूल हैकभी ना तोड़ना खिलते हुए इस फूल कोसदा मुस्कान भरते ये दिलों
धधकते आज शहरों से किनारा कर लिया मैंनेअब अपने गांव में रहकर गुजारा कर लिया मैंनेचमकती सड़के ना देखी न देखी तीव्रतम चालेअंधेरी गलियों में