निगाहे ऐसी डालो तुम कि दिल शीतल सा हो जाए
भरे दिल प्रेम जीवन में सदा खुशियां बिखर जाएं
रहे सब ही सुरक्षित इन निगाहों के ही घेरे में
डूब कर प्यार में सबका ही मन दर्पण सा बन जाए
ना फैले नफरते मन में कभी ना वासना फैले
जुड़ा हो प्रेम से ही दिल भरा संकल्प हो जाए
दिलों में डूबे भावो प्रेम और व्यवहार से अपने
तुम्हारे तन से ज्यादा आज सुंदर मन ये हो जाए
रोज मिलती रहे खुशियां तरोताजा विचारों से
महकता सा ये जीवन भी सदा उपवन सा बन जाए
रहो सबकी निगाहों में सुरक्षा की कवच बनकर
निगाहें प्यार में दर्शन सदा ईश्वर का हो जाए
रहा जो प्रेम में डूबा मिलाकर के निगाहों को
उजाला बनके जीवन में सदा ही मुस्कुराता है
ईश के रूप में बिखरे धरा पर जो भी साधन हैं
घटा काली खिली कलियों में अक्सर डूब जाता है
लोग कहते जहर होता सदा नागों के फन में ही
भरी तेरी निगाहें ही कहीं ना जहर बन जाए
सदा होठों पे धर मुस्कान हृदय को जीत लेना पर
किसी के दिन उजाले ना अंधेरी रात बन जाए
डोलती इन निगाहों पर सदा ही ध्यान रखो तुम
किसी का खिलता जीवन भी कहीं पतझड़ न बन जाए
किसी को भाव में ना डूब कर इतना पिलाओ तुम
पिलाती ये निगाहें ना किसी की मौत बन जाए