अटल बिहारी वाजपेई

अटल बिहारी वाजपेई जी ने,

वो किया जो कोई न कर पाया था ।

परमाणु परीक्षण करवा करके,

सारी दुनियां को चौंकाया था ।।

भारत परमाणु शक्ति का,

गौरव को तब पाया था ।

राजनीति थी अपनी जगह,

कभी मन में द्वेष न आया था ।।

सबको गले लगाया था,

सब पे अनुराग बरसाया था ।

इतिहास भी क्या याद करेगा,

एक ऐसा नेता भी आया था ।।

वो विशाल ह्रदय के कवि थे,

कविता में बात कह जाते थे ।

कारगिल युद्ध में जवानों के संग

अटल स्वमं हौसला बढ़ाते थे ।।

निर्भीक थे, स्वतंत्र थे,

देश प्रेम में निपुण थे ।

नाम अटल था उनका,

इरादे भी अटल थे,

उनकी लेखनी अजर थी,

वो कवि श्रेष्ठ अमर थे ।।

पाकिस्तान को हराने के,

संकल्प भी अटल थे ।

कारगिल के युद्ध के,

परिणाम भी अटल थे

शत शत बार नमन,

वो एक प्रकाश पुंज थे ।।

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रचनाकार

Author

  • अनूप अंबर

    नाम : अनूप अंबर जन्म तिथि:01जनवरी 1991 पिता का नाम:राजेश कुमार पता: फर्रुखाबाद उत्तर प्रदेशइनके नौ साझा संकलन प्रकाशित हो चुके हैं, पच्चीस अर्थलोगी प्रकाशित हो चुकी है, विभिन्न मंचों से 150 से अधिक सम्मान पत्र प्राप्त है, इनकी विभिन्न रचनाएं पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी है,ये कई साहित्य पटलों पर सक्रिय है ।। Copyright@अनूप अंबर / इनकी रचनाओं की ज्ञानविविधा पर संकलन की अनुमति है | इनकी रचनाओं के अन्यत्र उपयोग से पूर्व इनकी अनुमति आवश्यक है |

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